राजस्थान साहित्य अकादमी उदयपुर द्वारा आयोजित एक विशेष समारोह में अजमेर लेखिका मंच की लेखिकाओ द्वारा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर हिन्दी का प्रचार ,प्रसार व लेखन द्वारा भाषा को समृद्ध करने के प्रयास व योगदान हेतु राज्य की साहित्यिक प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया।
अजमेर से डॉ.मधु खण्डेलवाल, डॉ..नन्दिता रवि चौहान, पुष्पा क्षेत्रपाल, पायल गुप्ता ,डॉ.सुनीता पचौरी,दीपशिखा क्षेत्रपाल, सुनीता जैन को समारोह में शाल व स्मृति चिह्र से सम्मानित किया गया । कार्यक्रम में राज्य के सभी क्षेत्रों से शामिल साहित्यकारों की सहभागिता रही। राजस्थान साहित्य अकादमी के अध्यक्ष ने अपने उद्बोधन में लेखिकाओं की रचनात्मकता और साहित्य में उनके योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा कि अजमेर लेखिका मंच ने साहित्यिक समाज में महत्वपूर्ण स्थान बनाया है और उनके प्रयास सराहनीय हैं। प्रेमचंद जयंती के अवसर पर सभी साहित्यकारों ने संगोष्ठी मे अपनी सहभागिता दी।
इस अवसर पर मंच की संयोजिका डॉ. मधु खंडेलवाल ने अकादमी का आभार व्यक्त किया। प्रमुख सदस्यों को उनके साहित्यिक योगदान के लिए सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में प्रेमचंद की साहित्यिक जीवन व दर्शन पर प्रकाश डाला गया ।इसके अंतर्गत कहानी वाचन और साहित्यिक चर्चाएं भी शामिल रही ।समारोह में राज्य की साहित्य और संस्कृति को बढ़ावा देते हुए नवोदित लेखिकाओं को प्रोत्साहित और प्रेरित किया गया।कार्यक्रम के मुख्य अतिथि देव कोठारी और वक्ता की भूमिका में ललित श्रीमाली और तराना परवीन रहे।
अकादमी पुस्तकालय भवन में हुए इस कार्यक्रम की अध्यक्षता कृष्ण कुमार शर्मा द्वारा की गई ।
