परवरिश: क्या, क्यों और कैसे ?

दिगम्बर जैन महासमिति के सहयोग से विद्यासागर तपोवन आँतेड जैन छतरी मंदिर , वैशाली नगर में आज के दौर में बच्चों की सही परवरिश से सबन्धित प्रश्नों पर तीन दिवसीय कार्यशाला हुई। कार्यशाला का आयोजन अतिरिक्त जिला न्यायधीश ज्योति काकवानी जी के नेतृत्व में हुआ।

इसमें प्रमुख वक्ता ऋषिकेश उत्तराखण्ड से आये शिक्षा शास्त्री श्री राजकार्यशाला में बच्चों से संबन्धित समस्याओं तथा समाधान पर प्रकाश डाला गया। उन्होंने बच्चों को डर, लालच या आस्था से नियन्त्रित करने की जगह शिक्षा के मानवीकरण व स्वस्थ संवाद पर बल दिया। बच्चों के विकास में माता पिता, परिवार और शिक्षण संस्थाओं की महत्ता को बताया। इस कार्यशाला में अजमेर, जैसलमेर, गुजरात और बीकानेर से आये अभिभावकों ने भाग लिया।
महासमिति की अध्यक्ष रूपश्री जैन ने बताया कि इस कार्यशाला का उद्देश्य माता-पिता के सामने आने वाली सबसे गंभीर चुनोतियों पर सार्थक संवाद को बढ़ावा देना है।
ज्योति जी ने बताया कि यह कार्यशाला हमारी तरफ से बेहतर धरती के सपने के लिए हमारी कृतज्ञता ज्ञापन है और इसके लिये शुल्क आपकी प्रतिबद्धता है।
महासमिति की कोषाध्यक्ष सुनीता जैन ने बताया कि सभी ने अपने बच्चों के पालन पोषण में आ रही समस्याओं और इसे बेहतर बनाने के सबन्ध में अपने अनुभव साझा किये।
*मनीष पाटनी,अजमेर*

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