
वर्षों पूर्व अस्तित्वहीन हो चुकी गैर सरकारी संस्था को आवंटित 761 भूमि आवंटन को निरस्त कर सरकारी भूमि को पुष्कर तीर्थ के विभिन्न सर्वांगीण विकास कार्यों सीवेज ट्रिटेट पानी अजमेर पुष्कर एरिया के कृत्रिम जलाशय निर्माण 50 करोड़ की लागत से जल संसाधन विभाग द्वारा स्वीकृत बजट घोषणा योजना प्रक्रियाधीन में उपयोग तथा धार्मिक संत नगरी, श्री पुष्कर मंडप, भारत दर्शन थीम पार्क,वृहद सभागार, आदि कार्यों में उपयोग में लिए जाने का मांग पत्र जिला कलेक्टर को सौंपा=
आज जिला स्तरीय सुनवाई के अवसर पर अरुण पाराशर, सामाजिक कार्यकर्त्ता एवं सचिव श्री ब्रह्मा गायत्री तीर्थ विकास संस्थान पुष्कर ने श्री मान जिला कलेक्टर से व्यक्तिश: भेंट कर प्रकरण पर विस्तृत चर्चा में अवगत कराया गया है कि तैतीस वर्ष पूर्व पुष्कर राजस्व ग्राम की खाता संख्या 576 खसरा नम्बर 2151 (पुराना) की सिवाय चक सरकारी 761 बीघा 4 बिस्वा 10 बिस्वांसी भूमि का अज्ञात गैर सरकारी संस्था कनवीनर कसोंरियम ऑफ इंडिया फारस स्टेनिबिल डेवलपमेंट पुष्कर को सीवेज वाटर वन विकास परियोजना के उपयोग में लेने के लिए शर्तों के साथ तत्कालीन जिला कलेक्टर अजमेर द्वारा दिनांक 02/11/91 को आवंटन कर अनुमति प्रदान की गई थी।
उक्त संस्था को यह भारी भरकम सरकारी जमीन का आवंटन, भूमि जो कि सावित्री मंदिर पहाड़ी के इर्द गिर्द है को एक विशेष उद्देश्य सीवेज के गंदे पानी का शुद्धिकरण कर वन विकास परियोजना के तहत बंजर भूमि में सघन वन विकास के लिए आवंटित की गई थी। उक्त संस्था द्वारा आज 33 वर्षों के बाद भी भू आवंटन उद्देश्य के अनुरूप मौके पर आज तक न तो एक भी पेड़ पौधा ही लगाया है ना ही मौके पर आम जानकारी के लिए संस्था का कोई बोर्ड ही लगा रखा है।
इस कारण भू माफियाओं के द्वारा इस सुनी पड़ी बहुमूल्य भूमि पर अवैध कब्जे, फर्जी बेचान का गोरख धंधा भी खोला जाकर सरकारी भूमि को खुर्द बुर्द किया जा रहा है।
महोदय से आग्रह किया गया है कि अस्तित्वहीन संस्था जिसका आज तक कोई नाम एवं उद्देश्य के अनुरूप कोई कार्य भी मौके पर कहीं कुछ दिखाई नहीं दे रहा है, कथित संस्था भू आवंटन के उद्देश्य की पूर्ण पालना करने में 33 वर्षों बाद आज दिन तक विफल, असक्षम, सारहीन,अनुपयोगी साबित हो चुकी है , ऐसी अज्ञात हवाई संस्था के नाम किए गए भू आवंटन को अविलंब प्राथमिकता से त्वरित जांच कार्यवाही करवा जनहित में अनुपयोगी भू आवंटन को निरस्त कर ,भूमि का संपूर्ण सीमाज्ञान करवा,कब्जा लेकर पुनः राजकीय संपत्ति के रुप में रिकॉर्ड में दर्ज किया जाए तथा भविष्य में उक्त भूमि का पुष्कर तीर्थ के सर्वांगीण विकास परियोजनाओं में सदुपयोग किया जाना चाहिए व व्यर्थ बह जाने वाले बरसाती पानी को एवं सीवेज ट्रिटेट पानी को संग्रहित कर वृहद जलाशय, मिनी प्राकृतिक झील विकसित कर वाटर स्पोर्ट्स पर्यटन योजना को साकार किया जावे जिससे पर्यटन उद्योग को बढ़ावे के साथ यहां की आर्थिक उन्नति में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाया जा सके। जिला कलक्टर महोदय द्वारा उक्त प्रकरण पर त्वरित कार्यवाही कर निर्णय लेने के लिए आश्वस्त किया गया कि जल्दी ही उक्त सरकारी भूमि का पुष्कर तीर्थ विकास कार्यों में सदुपयोग किया जाएगा ।
अरुण पाराशर,
सामाजिक कार्यकर्त्ता,
पुष्कर तीर्थ।