ताजमहल के टेंडर नाट्य रूपांतरण ने गुदगुदाया दशकों को

सोफिया कॉलेज में स्पेक्ट्रम क्लब की पेशकश 
रंगमंच पर आज भी नाटकों का चलन
अजमेर। स्पेक्ट्रम क्लब के तत्वाधान में सोफिया कॉलेज के सभागार में आयोजित हास्य व्यंग्य से परिपूर्ण आज के परिदृश्य में ताजमहल के टेंडर का नाट्य रूपांतरण ने दर्शकों को मंत्र मुक्त कर दिया।
अजय शुक्ला द्वारा रचित इस नाटक में सोफिया कॉलेज के स्पेक्ट्रम क्लब की 25 छात्राओं ने जमकर हर किरदार को बखूबी निभाया। वर्तमान  परिवेश में यदि ताजमहल के निर्माण का टेंडर निकाला जाता तो किस तरह भ्रष्टाचार की भेंट चढ़कर इस विश्व के अजूबे में शामिल ताजमहल का क्या हर्ष होता, परिकल्पनाओं को अपनी कला और संवाद के माध्यम से दशकों की जमकर वाहवाही लूटी। सभी छात्रा  कलाकारों के अभिनय के साथ-साथ किरदार के रूप में उनकी वेशभूषा भी आकर्षण का केंद्र रही पूरे  नाटक की प्रस्तुति में संवादों के साथ-साथ रंगमंच का हर पक्ष बखूबी मजबूती के साथ प्रस्तुत किया गया।
नाट्य रूपांतरण के साथ-साथ कलाकारों ने समाज को यह भी संदेश देने का प्रयास किया कि वर्तमान में भ्रष्टाचार पूरे सिस्टम को किस तरह खोखला कर देता है। इसलिए समय रहते इन कुरितियों के खिलाफ आवाज उठानी चाहिए।
महाविद्यालय की प्राचार्या  सिस्टर (डॉक्टर)पर्ल ने वहां उपस्थित अपार जनसमूह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रतिवर्ष हिंदी नाटकों का मंचन किया जाता है जिसके माध्यम से विद्यार्थियों को अपनी प्रतिभा दिखाने के अच्छे अवसर प्राप्त होते हैं। शिक्षा के साथ-साथ अन्य गतिविधियों में छात्राओं को प्रमुखता के साथ अपनी प्रतिभाओं को उजागर करने के बेहतर अवसर प्रदान करना हमारा लक्ष्य रहता है ! नाटक में मोनिका ढाका गोरल बिश्नोई एकता शक्तावत कृष्ण प्रिया राजावत, कशिश टेकचंदानी, हिमांशी कंवरस की भूमिका प्रमुख रही। नाटक की सफलतापूर्वक मंचन में एलवर आर्ट, डॉक्टर सुनीता सियाल, डॉक्टर कुमुद खत्री ,यशस्विनी राठौर ,प्रतिभा पांडे एवं उज्जवल मिश्रा का विशेष सहयोग रहा ।उन्होंने इस अवसर पर सभी कलाकारों की हौंसला अफजाई करते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की तथा नाटक की निर्देशिका भव्यता भट्ट और संचालन कर रही नेहा खिरवार का आभार व्यक्त किया।।

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