स्मार्ट सीटी के साथ चाइल्ड फ्रेन्डलि शहर भी बने अजमेर

(बालश्रम, बंधुआ मजदूरी एवं मानव  दुर्व्यापार उन्मूलन हेतु 
उमंग V अभियान के तहत कार्यशाला सम्पन्न)
दिनांक 4 जून 2025: राजस्थान महिला कल्याण मण्डल, जिला पुलिस अजमेर एवं मानव तस्करी विरोधि ईकाई द्वारा जिले में बालश्रम, बंधुआ मजदूरी एवं मानव दुर्व्यापार  की रोकथाम एवं जागरूकता हेतु कार्यशाला का आयोजन किया गया। अभियान उमंग V के तहत आयोजित इस कार्यशाला का उद्घाटन उप पुलिस अधीक्षक श्री नेमीचन्द, जिला बाल संरक्षण इकाई के सहायक निदेशक संजय सांवलानी, संस्था निदेशक राकेश कुमार कौशिक, सचिव एवं मुख्यकार्यकारी क्षमा आर कौशिक, उपनिदेशक नानूलाल प्रजापति, मानव तस्करी विरोधी इकाई के प्रभारी कानाराम ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित करके किया।
संस्था निदेशक राकेश कुमार कौशिक ने बताया कि संस्था द्वारा संचालित एक्सेस टू जस्टिस परियोजना के तहत आयोजित इस कार्यशाला में जिले के समस्त थानों के बाल कल्याण अधिकारी, स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधि, श्रम निरीक्षक रघुवीर सिंह, बालिका गृह छात्रावास अधीक्षक रश्मि वर्मा एवं संस्था की एक्सेस टू जस्टिस परियोजना के अजमेर, बीकानेर, नागौर, डीडवाना, चुरू एवं झुन्झुनु जिलों के जिला समन्वयक एवं टीम ने भाग लिया।
निदेशक राकेश कुमार कौशिक ने सभी का स्वागत करते हुए संस्था के द्वारा किए जा रहे कार्यों एवं गतिविधियों की जानकारी दी। उप पुलिस अधीक्षक श्री नमीचन्द के द्वारा सभी को आपसी समन्वयन कर अभियान के दौरान अधिक से अधिक बच्चों को बालश्रम से मुक्त कराने के लिए प्रेरित किया। मानव तस्करी के कानाराम ने अभियान की जानकारी देते हुए अभियान में संस्था टीम का सहयोग कर पुलिस थानों को अपने स्तर पर बालश्रमिक चिन्हित कर रेस्क्यू कार्यवाही करने के लिए निर्देशित किया। सहायक निदेशक संजय सावंलानी ने रेस्क्यू किये गए बच्चों को शिक्षा एवं अन्य योजनाओं से जोड़कर पुर्नवासित करने के लिए प्रेरित किया। उपनिदेशक नानूलाल प्रजापति ने कार्यशाला का संचालन करते हुए किशोर न्याय अधिनियम, बाल श्रम प्रतिषेध अधिनियम एवं बालश्रम की रोकथाम में पुलिस एवं अन्य विभागों की जबाबदेही के बारे में बताया एवं अजमेर को चाइल्ड फ्रेण्डली जिला बनाने के लिए साझा प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया।
संस्था सचिव एवं मुख्यकार्यकारी क्षमा आर. कौशिक ने बालश्रम, बाल यौन शोषण एवं बाल विवाह को बचपन के लिए घातक बताते हुए बचपन को इन सब अंधकारों से मुक्त कराने के लिए निरन्तर प्रयासरत रहने एवं सीखने के लिए कार्यशाला को बहुत महत्वपूर्ण बताते हुए सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया। कार्यशाला में संस्था के  संयुक्त निदेशक अनुराग सक्सेना, लेखाधिकारी नेमीचन्द वैष्णव, आईटी टीम के लक्ष्मण सिंह चौहान, सरोज शर्मा, शाहनवाज, विक्रान्त तथा एक्सेस टू जस्टिस परियोजना एवं एडमिन टीम का सहयोग रहा।
                                                       राकेश कुमार कौशिक
                                                            निदेशक
                                                        मो. 9829945446

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