अजमेर, 10 अक्टूबर 2025 राजस्थान महिला कल्याण मंडल, चाचियावास एवं जवाहरलाल नेहरू अस्पताल, अजमेर के मनोचिकित्सा विभाग और नशा मुक्ति केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर जागरूकता सेमिनार का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में विभागाध्यक्ष डॉ. महेंद्र जैन, प्रोफेसर डॉ. चरण सिंह जिलोवा एवं राजस्थान महिला कल्याण मंडल से मुख्य कार्यकारी एवं सचिव श्रीमती क्षमा आर. कौशिक उपस्थित रहे। अपने प्रेरक उद्बोधन में डॉ. महेंद्र जैन ने कहा कि “मानसिक स्वास्थ्य, शारीरिक स्वास्थ्य से भी अधिक महत्वपूर्ण है, क्योंकि स्वस्थ मन के बिना शरीर का संतुलन और कार्यक्षमता बनाए रखना कठिन है।” उन्होंने मानसिक बीमारियों की प्रमुख अवस्थाओं पर विस्तारपूर्वक जानकारी दी और जागरूकता को ही उपचार का पहला कदम बताया। प्रोफेसर डॉ. चरण सिंह जिलोवा ने अपने संबोधन में कहा कि “अक्सर लोग मानसिक स्वास्थ्य का उपचार तब करवाते हैं जब समस्या गंभीर रूप ले चुकी होती है, जबकि प्रारंभिक पहचान और समय पर उपचार से इसे रोका जा सकता है।”
श्री जिलोवा ने उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार हर सात में से एक व्यक्ति मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्या से जूझ रहा है, लेकिन अज्ञानता और सामाजिक कलंक के कारण लोग उपचार नहीं लेते, जिससे स्थिति और गंभीर हो जाती है। क्षमा आर. कौशिक ने सेमिनार में प्रस्तुतिकरण के माध्यम से बताया कि समाज में मानसिक स्वास्थ्य को लेकर किस प्रकार जागरूकता फैलाई जा सकती है। उन्होंने 21 प्रकार के मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता संकेत साझा किए और प्रतिभागियों से आग्रह किया कि वे इन संकेतों को अपने समुदाय में प्रसारित करें, ताकि समय पर पहचान और सहायता संभव हो सके।
इस अवसर पर राजस्थान महिला कल्याण मंडल से मॉनिटरिंग ऑफिसर श्री विपुल कवरिया, आशा जांगिड़ एवं सुनयना, तथा नर्सिंग इंचार्ज सत्य प्रकाश और श्याम सिंह राजावत का विशेष सहयोग रहा। कार्यक्रम में लगभग 30 से अधिक रेजिडेंट डॉक्टर, स्टाफ सदस्य एवं मरीजों के परिजन उपस्थित रहे। अंत में डॉ. महेंद्र जैन ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि सेमिनार में दी गई जानकारियों को अपने जीवन में अपनाना ही इस दिवस का सच्चा उद्देश्य है। मंच संचालन का कार्य असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. प्रेम प्रकाश द्वारा किया गया।
(राकेश कुमार कौशिक)
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