महामण्डलेश्वर नन्दराम शरण देचाचार्य ने किया गीता देवी कौशिक का मूर्ति अनावरण
अजमेर 10 नवम्बर 2025 राजस्थान महिला कल्याण मण्डल चाचियावास परिसर में संस्थापक स्व. सागर मल कौशिक की धर्म पत्नी एवं संस्था की प्रथम अध्यक्ष स्व. श्रीमती गीता देवी की प्रथम बरसी पर उनकी मूर्ति स्थापना की गई। गीता देवी (अम्माजी)की मूर्ति का अनावरण रामसखा पीठ पुष्कर के पीठाधीश्वर एवं महामण्डलेश्वर 108 आचार्य श्री नन्दराम शरण देवाचार्य के द्वारा किया गया।
संस्था निदेशक राकेश कुमार कौशिक ने आचार्य श्री का स्वगत करते हुए अम्माजी श्रीमती गीता देवी तथा संस्था में उनके योगदान के बारे में जानकारी दी। महामण्डलेश्वर श्री नन्दरामशरण देवाचार्य ने मूर्ति अनावरण के समय अपने आशीर्वचन में कहा कि इस संसार में माॅ से बढ़कर कोई नहीं। व्यक्ति सब ऋणों से मुक्त हो सकता है पर माॅ के ऋण से कोई मुक्त नहीं हो सकता। श्रीमती गीता देवी और सागरमल जी कौशिक निश्चित रूप से दैवीय व्यक्तित्व से ओतप्रोत पुन्यात्मा थे जिन्होने राजस्थान महिला कल्याण मण्डल संस्था की स्थापना की थी जिसके माध्यम से हजारों दिव्यांगजन और दीन दुखियों की सेवा की जा रही है। संस्था सचिव एवं मुख्यकार्यकारी क्षमा आर. कौशिक ने आचार्य श्री और आगन्तुक सन्तों का आभार व्यक्त किया तथा संचालन उपनिदेशक नानूलाल प्रजापति ने किया।
कार्यक्रम में संस्था का समस्त स्टाफ, कौशिक परिवार के सदस्य, संस्था से जुड़े विभिन्न स्टेक होल्डर्स आदि ने मूर्ति अनावरण कार्यक्रम में अपनी उपस्थिति प्रदान की एवं अम्माजी को श्रद्धांजली अर्पित की। मूर्ति अनावरण कार्यक्रम के पश्चात आचार्य नन्दराम शरण देवाचार्य ने मीनू स्कूल एवं संस्था की विजिट करके संस्था द्वारा किए जा रहे कार्यों की विस्तार से जानकारी ली तथा दिव्यांगजन एवं मानव कल्याण के लिए किए जा रहे कार्य को बहुत ही पुण्य का कार्य बताया।
राकेश कुमार कौशिक
निदेशक
मो. 9829140992