अजमेर, 11 नवम्बर। जिला पर्यावरण समिति की बैठक मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु की अध्यक्षता में आयोजित हुई। बैठक में पर्यावरण संरक्षण से जुड़े विविध महत्वपूर्ण विषयों पर विस्तार से चर्चा की गई।
जिला पर्यावरण समिति की बैठक मंगलवार को आयोजित हुई। इसकी अध्यक्षता जिला कलक्टर श्री लोक बन्धु ने की। उन्होंने निर्देश दिए कि जिले के नगरीय निकाय द्वारा स्थापित सिविरेज ट्रीटेमेंट प्लांट (एसटीपी) कार्यशील रहने चाहिए। एसटीपी के शोधित जल का उपयोग निकाय द्वारा सुनिश्चित किया जाए। शहर से निकलने वाला मल जल पूरी तरह से शोधित करने के उपरान्त ही आगे भेजा जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि घर-घर कचरा संग्रहण से प्राप्त कचरे का निस्तारण वैज्ञानिक तरीके से करने का प्रयास करें। इस कचरे का पृथ्ककरण होना चाहिए। इसके साथ ही कचरे की प्रोसेसिंग भी करने की दिशा में आगे बढ़ा जाए। किशनगढ़ में प्रोसेसिंग यूनिट के कार्य में तेजी लाए। इसे जनवरी तक आरम्भ करने का प्रयास किया जाए। बैठक में ग्रामीण क्षेत्रों में भी संग्रहित कचरे के पृथ्ककरण एवं प्रोसेसिंग के बारे में चर्चा की गई।
उन्होंने कहा कि जिला पर्यावरण समिति की बैठक में आर्द्रभूमि (वेटलैंड) के संरक्षण पर भी चर्चा की गई। जिले में सिंगल यूज प्लास्टिक को प्रतिबन्धित किया जाना चाहिए। इसके लिए लगातार छापामारी की जाए। बड़ी मात्रा में सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग, भण्डारण, परिवहन एवं उत्पादन से जुड़े व्यक्तियों पर कानूनी कार्यवाही भी होनी चाहिए।
इस अवसर पर उप वन संरक्षक श्री विरेन्द्र सिंह जोरा, नगर निगम उपायुक्त श्रीमती अनीता चौधरी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।