
अजमेर। लाखन कोटडी नाई मोहल्ले के ऊपर पहाड़ी पर स्थित प्राचीन माता मंदिर, शिव मंदिर और हनुमान मंदिर में कुछ असामाजिक तत्वों द्वारा देवी-देवताओं की मूर्तियां खण्डित कर अमन की नगरी में अशान्ति फैलाने का जो कृत्य किया गया, उसके आरोपियों को जिला पुलिस की टीम ने आखिर दस्तयाब कर ही लिया। कार्यवाहक एसपी डा. रामदेव सिंह द्वारा दरगाह थाना प्रभारी हनुवंत सिंह भाटी के नेतृत्व मे एक टीम का गठन किया गया, टीम ने अन्दरकोट में रहने वाले वेस्ट बंगाल निवासी दिलशाद और उसके साथी सद्दाम हुसैन उर्फ जुम्मन को सोमवार को दरगाह क्षेत्र से गिरतार कर लिया। पुलिस ने दोनों आरोपियों से कड़ी पूछताछ की तो आरोपियों ने बताया कि आरोपी कमला बावड़ी क्षेत्र के मंदिर पर अपना वर्चस्व जमाना चाहते थे, जिससे वह सभी वहां अपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे सकें। इससे पूर्व इस बात की मंशा मोहल्ले के शब्बीर, लोकश साहु, बंटी, मोंटी और विशाल को लगी तो उन्होंने 14 फरवरी की रात इन सभी नशेडी आरोपियों को मारपीट कर भगा दिया। इस बात से खफा आरोपियों ने 14 फरवरी की देर रात को नशे में मंदिर में स्थापित हिन्दू देवी-देवताओं की मूर्तियों को खंडित कर पहाड़ी से फैंक दिया और वहां नशे की सामग्री और संदिग्ध अवशेष छोड़ दिये। पुलिस ने फिलहाल आरोपीयों के विरुद्ध आईपीसी की धारा 295 के तहत आरोप पंजीकृत कर अनुसंधान शुरू कर दिया और बाकी आरोपियों की तलाश में जुट गई है। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम में थाना प्रभारी हनुवन्त सिंह भाटी के नेतृत्व में एएसआई भंवरलाल शर्मा, विजय सिंह, जगमाल और राजकुमार शामिल थे।