ब्यावर। उपजिला मजिस्टेªट ब्यावर इन्द्रजीत सिंह ने आज एक आदेश ज़ारी करके होली , धुलण्डी एवं बादशाह मेला के मध्यनज़र ब्यावर उपखण्ड क्षेत्रा में कानून व शान्ति व्यवस्था बनाये रखने केलिए 25 मार्च की प्रातः 6 बजे से आगामी एक अप्रैल की रात्रि 12 तक भारतीय दण्ड प्रक्रिया संहिता 1973 की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लगाई है। उपजिला मजिस्ट्रेट ने आदेश में बताया कि 25 मार्च की प्रातः 6 से एक अप्रैल की मध्यरात्रि 12बजे तक कोईभी व्यक्ति किसीभी प्रकार का धारदार हथियार, तलवार, गुप्ती, भाला, बन्दूक, रिवाल्र व विस्फोटक पदार्थ आदि का प्रयोग नहीं करेगा और न ही अपने साथ रखेगा तथा न ही सार्वजनिक स्थानों पर इनका प्रदर्शन करेगा। इस निर्दिष्ट अवधि में कोईभी व्यक्ति पानी व रंग से भरे हुए गुब्बारे, पोलिथीन के पैकेट, प्लास्टिक की बोतलें आदि अन्य व्यक्तियों व वाहनों पर नहीं फैंकेगा। साथही उक्त अवधि में बिना अनुमति ध्वनि प्रसारण यंत्रों के प्रयोग भी निषेध रहेगा। सार्वजनिक हित में ज़ारी इस एकपक्षीय आदेश की अवहेलना भारतीय दण्ड प्रक्रिया की धारा 188 के अन्तर्गत दण्डनीय अपराध होगा।
अच्छी किस्म की गुलाल इस्तेमाल की अपील
होली पर्व के मौकेपर धुलण्डी के दूसरे दिन ब्यावर में आयोजित होने वाले सुविख्यात बादशाह मेला को देखने केलिए हजारों की तादाद में न केवल शहरी बल्कि दूर-दराज़ के ग्रामीण लोग भी शरीक होते हैं। साम्प्रदायिक सौहार्द्र, सदभाव, भाईचारा, कौमी एकता आदि की दृष्टि से मेला की शोभा देखते ही बनती है।इस बाबत् हालही उपजिला मजिस्ट्रेट ब्यावर इन्द्रजीतसिंह द्वारा विभागीय अधिकारियों एवं बादशाह मेला समिति पदाधिकारियों के साथ हुई कीगई बैठक में चर्चा उपरान्त यह बात उभरकर सामने आई कि बादशाह मेला में अच्छी किस्म की लाल गुलाल का ही इस्तेमाल किया जाए। इस बाबत् उपजिला मजिस्ट्रेट ने चिकित्सा व स्वास्थ्य विभाग को हिदायत दी कि विभागीय टीम द्वारा बाजार में विक्रय की जाने वाली गुलाल बाबत् समुचित जांच करेगी ताकि मेला में आने वाले आमजन मेला दौरान अच्छी किस्मकी लाल -गुलाल इस्तेमाल करसकें। नगरपरिषद के संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों को भी उन्होंने निर्देशित किया कि बादशाह सवारी के उपखण्ड कार्यालय परिसर में पहंुचने पर होनेवाले कार्यक्रम दौरान प्रयुक्त की वाली गुलाल भी लाल रंग एवं उत्तम किस्म की होगी। इसीतरह बादशाह मेला समिति पदाधिकारियों ने भी आमजन से अपील की है कि बादशाह मेला दौरान अच्छे नागरिक का परिचय देतेहुए अच्छी किस्म की लाल गुलाल का प्रयोग करेंगे । मिट्टी मिली अथवा अन्य मिलावटी / घटिया किस्म की गुलाल का प्रयोग नहीं करेंगे, किसी व्यक्ति की आंखांे में गुलाल नहीं डालेंगे और महिलाओं पर भी गुलाल नहीं डालेंगे।
भगवान महावीर कीर्ति-स्तम्भ परिसर की हुई साफ-सफाई
यहां अजमेरीगेट स्थित महावीर कीर्ति-स्तम्भ परिसर में बुधवार प्रातः जैनसमाज बन्धु एकत्रित हुुए। उन्होंने पूरे श्रद्धाभाव एवं भगवान महावीर के जयकारों के साथ कीर्ति-स्तम्भ एवं परिसर कीे पानी से धुलाई की। धुलाई के बाद कीर्ति-स्तम्भ परिसर साफ-सुथरा नज़र दिखाई देने लगा है। दर्शक लोगों का यह कहना था – सम्भवतः यह पहला अवसर है जब धर्मपरायण ब्यावर नगरी के इस महावीर कीर्ति-स्तम्भ परिसर की साफ-सफाई संबंधी जैन बन्धुओं द्वारा श्रद्धापूर्वक श्रमदान किया गया है।