अजमेर। जिला कलक्टर वैभव गालरिया ने आनासागर झील व पुष्कर सरोवर के जीर्णाद्धार कार्यां को शीघ्र पूर्ण करने पर जोर देते हुए अधिकारियों से कहा हैं कि वे इनके जल शुद्धीकरण के लिए एरियेशन, बायोरेमिडियेशन और कोकोनट कॉयर मेश ट्रीटमेन्ट सिस्टम हेतु तकनीकी विशेषज्ञ लगाकर कार्य को प्रभावी गति दं।
जिला कलक्टर सोमवार को कलेक्ट्रेट के सभागार में राष्ट्रीय झील संरक्षण परियोजना के तहत आनासागर झील संरक्षण एवं पुष्कर सरोवर के जीर्णाद्धार कार्या की समीक्षा बैठक ले रहे थे। उन्होंने अधिकारियों एवं कर्मचारियों द्वारा किये गये प्रयासों से आनासागर झील के पानी में दुर्गन्ध दूर हुई है। इस सिस्टम को और प्रभावी गति देने की जरूरत है। उन्होंने पुष्कर सरोवर के जल के शुद्धीकरण के लिए परियोजना समिति के सदस्य अनन्त गनेड़ीवाल के सुझाव पर सरोवर के पानी को शुद्ध बनाये रखने के लिए कोकोनट कॉयर मेश ट्रीटमेन्ट सिस्टम पर विचार कर उसे लागू करने की बात कही और सरोवर की पवित्राता और जल स्तर को बनाए रखने के लिए सभी घाटों पर जल की मात्रा पर्याप्त रहे इस हेतु समुचित पेयजल आपूर्ति प्रबन्धन के लिए प्रस्ताव बनाने को कहा।
गालरिया ने नगर सुधार न्यास के सचिव के.सी. वर्मा एवं अधिशासी अभियंता बी. अग्निहोत्री से कहा कि आनासागर झील के सौन्दर्यीकरण और इसमें गिरने वाले नालों की जल की गुणवत्ता में सुधार के लिए बायोरेमिडियेशन सिस्टम को बढ़ाया जाए और इन कार्या को शुरू करने के लिए शीध्र निविदाएं जारी की जाएं। उन्होंने आनासागर सीवेज ट्रीटमेन्ट प्लान्ट से होने वाले शुद्धीकृत विभिन्न नालों के पानी को झील में डालने के लिए वेट लैड के निर्माण हेतु भूमि अवाप्ति की कार्यवाही आदि मुद्दां पर भी चर्चा की। अजमेर विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियंता से कहा कि आनासागर झील में बने टापू तक की विद्युत लाईन से सुरक्षा के पर्याप्त प्रबन्ध करें।
आनासागर और पुष्कर सरोवर में कचरा नहीं डालने के लिए आम नागरिकों को प्रेरित करने और निगरानी बनाए रखकर इसकी रोकथाम करने आदि के भी निर्देश दिए।
पुष्कर सरोवर के फीडर्स की मिट्टी निकालने का कार्य नगर सुधार न्यास कराएगा
बैठक में निर्णय लिया गया कि राष्ट्रीय झील संरक्षण परियोजना के तहत पुष्कर सरोवर में वर्षा के पानी की आवक के लिए बनाए गये नवनिर्मित फीडर्स में भरी बजरी, मिट्टी को निकालने का कार्य नगर सुधार न्यास करेगा।
जिला कलक्टर ने जल संसाधन के विभाग के अधीक्षण अभियंता आर.एल. माथुर से कहा कि सरोवर के फीडर्स में मिट्टी निकालने के कार्य को कराने की जिम्मेेदारी उनके विभाग की भी है। आगामी समय में यह कार्य जल संसाधन विभाग द्वारा ही कराया जाएगा, इसके लिए वे तकमीना प्रस्ताव तैयार करने का कार्य शुरू करें।
पुष्कर सरोवर के जल स्तर कम होने और पानी के लगातर रिसाव को नियंत्रित करने के लिए इसकी वाटर लॉस स्टडी कराने हेतु नेशनल इन्स्टीट्यूट ऑफ हाइड्रोलोजी रूड़की की विशेषज्ञ डॉ. अर्चना सरकार से वार्ता कर, इसका अध्ययन कार्य शीध्र शुरू कराने के निर्देश भी दिये। उन्होंने पुष्कर तीर्थ में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए सुविधाजनक स्थान पर शौचालय बनाने का कार्य भी शीघ्र शुरू करने को कहा। बैठक में बताया गया कि इसके लिए करणी घाट एवं गुरूद्वारे के पास,बन्सी घाट, सनसेट र्पोंइंट, महादेव घाट के पास यूरिनल लगाना प्रस्तावित हैं।
नगर सुधार न्यास के अध्यक्ष नरेन शाहनी भगत ने अधिकारियों से कहा कि वे आनासागर झील में रासायनिक, मल प्रदुषण को रोकने, चौपाटी के सौन्दर्यीकरण, आनासागर रिंग रोड निर्माण के क्रियान्वयन, वेट लैण्ड निर्माण कार्यों को गति दें। उन्होंने न्यास द्वारा इसके लिए आवश्यक सहयोग देने पर सहमति भी व्यक्त की।
नगर सुधार न्यास के अधिशासी अभियंता बी.अग्निहोत्री ने बताया कि आनासागर झील परियोजना जीर्णोद्वार कार्याे पर अब तक 7.29 करोड़ रूपये व्यय कर वाक वे,लाईटिंग जेटी प्लेटफार्म, फ्लोटिंग फाउन्टेन लगाने आदि के कार्य पूरे किये जा चुके हैं। पुष्कर सरोवर जीर्णोद्धार कार्याे पर अब तक 43.37 करोड़ रूपये व्यय कर फीडर्स निमार्ण, घाटों के रख रखाव सहित कई अन्य कार्य करवाए गये हैं।
ग्रीन वे टेक्नोलॉजी के बायोटेक इंजीनियर मनोज गुप्ता ने भी बायोरेमेडियशन और एरियन सिस्टम के तहत जल की गुणवत्ता हेतु कराए गये जांच कार्यांे से अवगत करवाया। सदस्य महेन्द्र विक्रम सिंह, अनन्त प्रसाद गनेड़ीवाल, गोविन्द पाराशर, संजय जोशी ने भी सुझाव रखे।
बैठक में पुष्कर नगर पालिका की अध्यक्ष श्रीमती मंजू कुर्डिया,मण्डल वन संरक्षक राजीव चतुर्वेदी, नगर निगम की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती विनीता श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।