नन्दी फाउण्डेशन की कार्यप्रणाली और गुणवत्ता पर सवालिया निशान

poshahar 02 poshahar 01अजमेर। स्कूलों में पोषाहार बनाने की रोज रोज की किल्लत से निजात दिलाने के लिये लाखों रूपये खर्च कर केन्द्रीयकृत रसोई बनाई गई और नंदी फाउण्डेशन को पोषाहार बनाने की जिम्मेदारी सोंपी गई। कुछ दिन तो ठिक चला लेकिन पिछले कुछ दिनांे से कभी पोषाहार में चुहा तो कभी कोकरोच निकलने शुरू हो गये। वहीं सरकारी स्कूलों में अधिकतर बच्चें अपने घरांे से खाना लाने लगे हैं। ऐसे में नंदी फाउण्डेषन की कार्यप्रणाली और गुणवत्ता दोनांे पर सवालिया निशान खडे हो गये। अधिकतर स्कूलों से जली हुई रोटी, पानी की दाल और खाद्य गुणवत्ता को ठेंगा दिखाते हुए जो पोषाहार दिया गया उससे स्कूल संचालकों में भी रोष और गुस्सा है। इसी गुस्से को सपोर्ट देने के लिये कुछ युवा कांग्रेसीयांे ने जिला शिक्षा अधिकारीयों को दोषी लोगों के खिलाफ कार्यवाही के लिये ज्ञापन सोंपा और नंदी फाउण्डेशन में प्रदर्शन करते हुए फाउण्डेशन पर प्रशासनिक सख्ती की मांग की।

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