पुष्कर। धार्मिक नगरी पुष्कर में बैसाख पूर्णिमा केे दिन विवादो के बीच वैष्णव समाज के 61 जोड़ो ने अपने दांपत्य जीवन की शुरूआत की। करीबन आधा दर्जन जोड़ो के नाबालिग होने की शिकायतें पायी गयी। जिससे प्रशासन और पुलिस के हाथ पांव फूल गये। आनन फानन में सभी जोड़ो से आवश्यक दस्तावेज मांगे गये। तहसीलदार प्रदीप कुमार चौमाल ने जिन जोड़ो के नाबालिग होने की आशंका थी उनके दस्तावेज तलब किये। खबर लिखे जाने तक इस बारे में कोई भी अधिकृत पुष्टि नही हो सकी।
इससे पहले अखिल भारत वर्षिय वैष्णव महासभा संस्थान की ओर से आयोजित तीसरे सामूहिक विवाह सम्मेलन में परिणय सूत्र में बंधने वाले नये दुल्हों की सामूूहिक बंदोरी निकाली गयी। जो कि कस्बे के मुख्य बाजारो से होते हुए वैष्णव धर्मशाला पहुंची। जहां पर वधू पक्ष की ओर से वर पक्ष का जोरदार स्वागत किया गया। तोरण की रस्म के बाद वैदिक मंत्रोच्चार के बीच पाणिग्रहण संस्कार संपन्न हुआ। आर्शीवाद समारोह में कई गणमान्य अतिथियो ने नये जोड़ो को आर्शीवाद देकर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर राज्यसभा सदस्य रामदास अग्रवाल, किशनगढ नगर परिषद सभापति गुणमाला पाटनी, पूर्व ज़िला प्रमुख पुखराज पहाड़िया, पूर्व विधायक भागीरथ चौधरी सहित कई गणमान्य अतिथियो ने नवविवाहित जोड़ो को उनके सुखमय वैवाहिक जीवन के लिए आर्शीवाद प्रदान किया।