योग से स्वभाव में परिवर्तन संभव- भवदेव शास्त्री

IMG_4991जीवन में नित्य योग करने से स्वभाव भी परिवर्तित हो जाता है। योग से न केवल शरीर अपितु मन पर भी गहरा प्रभाव होता है। क्रोध, भय, आलस्य, तनाव, मोह और लोभ जैसे मन के विकार दूर होते हैं तथा व्यक्ति सहज जीवन का आनन्द लेने लगता है। उक्त विचार पतंजलि योग समिति के जिला प्रभारी भवदेव शास्त्री ने सुभाष उद्यान में आयोजित निःशुल्क योग शिविर के अवसर पर योग का प्रशिक्षण प्रदान करते हुए व्यक्त किए। उक्त शिविर प्रातः 5.00 से 6.45 तक चल रहा है। उन्होंने स्वामी रामदेव के अभियान के विषय में बताते हुए कहा कि पतंजलि योगपीठ का प्रयास है कि हमारे देश में एक भी व्यक्ति की मौत भूख अथवा बीमारी से न हो, इस हेतु प्रत्येक गाँव में योग शिविर लगाने के अभियान के तहत अभी तक अजमेर जिले के 550 गाँवों में योग शिविर आयोजित किए जा चुके हैं।
IMG_4989उन्होंने शिविरार्थियों का आह्वान किया कि वे भी अपने जीवन में योगधर्म का पालन करते हुए स्वदेशी वस्तुओं के उपयोग का संकल्प लें जिससे हमारे देश में बनी उत्पादों की बिक्री से अपने देश के उद्योग धंधों का विकास हो सके। शिविर के दौरान आज साधकों को सूर्यनमस्कार, कपालभाति, अनुलोम विलोम, तथा विभिन्न आसनों का अभ्यास कराया गया। सूर्य नमस्कार के लिए युवाओं में अदम्य उत्साह भी देखा गया। योग शिविर में अन्शुल कुमार, विश्वास पारीक, अर्जुन सिंह, किरण मेहरा, भवानी शंकर, सुशांत ओझा, प्रभुलाल नुवाद, जसवन्त सिंह, अनीश गुप्ता, नेमी चन्द, किशन सोलंकी शिविरार्थियों के निरीक्षण हेतु सेवाएँ प्रदान कर रहे हैं। उक्त शिविर का समापन रविवार 23 जून को किया जाएगा।
-जिला महामंत्री
पतंजलि योग समिति
दूरभाष 9414259410

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