अजमेर। को जनअभियोग एवं सर्तकता समिति अजमेर के सदस्य नरेश राघानी ने राजस्थान सरकार के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत को एक पत्र लिखकर सूचित किया है कि कुछ महिने पूर्व अजमेर जिले के नौसर ग्रांम में हाई टेंशन लाईन निर्माण कार्य के दौरान ग्रांम वासियों द्वारा असुरक्षित ढंग से नागरिक सुरक्षा को न ध्यान में रखते हुए विद्युत लाईन डालने का विरोध करते वक्त आम लोगो व विद्युत विभाग एवं पुलिस कर्मियों के बीच विवाद बढ़ जाने की वजह से लाठी भाटा जंग का माहौल पैदा होने की वजह से तकरीबन 50 लोगो पर नामजद मुकदमा दर्ज किया गया व पांच, छः सौ महिलाओं व अन्य को भी इस मुकदमें में शामिल किया गया था। प्रशासन एवं जन अभियोग सर्तकता समिति अजमेर की पहल पर उक्त सारा प्रकरण माननीय मुख्यमंत्री महोदय तक पंहुचाया गया। एवं विद्युत विभाग कर्मियों व ग्रांम वासियों के बीच बडे़ ही सौहार्द पूर्ण माहौल में समझोंता करवाया गया था। एवं विद्युत लाईन का काम सुचारू रूप से पूरा कराया गया था। माननीय मुख्यमंत्री महोदय को उक्त पत्र प्रेषित कर उक्त सभी मुकदमें राजकीय अनुशंसा से वापिस लेकर ग्रांम वासियों को राहत पंहुचाने का प्रयास भी काफी हद तक सफल रहा और राज्य सरकार की मंशा इस मामले में ग्राम वासियों के लिए सहानुभूति पूर्वक थी, जिसके फल स्वरूप् मुकदमा वापिस लेने की कार्यवाही हेतु मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा पुलिस प्रशासन से इस मामले की तत्थात्मक रिपोर्ट भी मंगवाई गई थी। जिसका जवाब पुलिस अधिक्षक अजमेर द्वारा प्रेषित किया गया था। इन सब बातो से साफ है की सरकार उक्त प्रकरण को समझोंते के बाद समाप्त करने की दिशा में प्रभावी कदम ले रही है, सब बातो के बावजूद भी अजमेर का पुलिस महकमा अपनी दमनात्मक कार्यवाहीयों से बाज नही आ रहा है। एवं ग्रांम वासियों को गिरफ्तार कर रहा है जिसके चलते आमजन में सरकार का गलत संदेश जा रहा है। नौसर ग्रांम तकरीबन 2000 लोगो की आबादी का क्षेत्र है जिसमें से पांच, छः सौ से अधिक लोगो को पुलिस अपने दबाव में लेकर द्वेषता पूर्ण कार्यवाही कर रही जो की सर्वधा अनुचित है एवं लोकतंत्र के खिलाफ है। नरेश राघानी ने मुख्यमंत्री से निवेदन किया है कि तुरन्त इस और संवेदन शीलता बरतते हुए गरीब ग्रांम वासियों की रक्षा करे ताकि आम लोगो मंे सरकार के प्रति विश्वास बरकरार रह सकें।
-नरेश राघानी
जन अभियोंग एवं सतर्कता समिति
मो. 9829070307