अजमेर। अजमेर विद्युत वितरण निगम लि. द्वारा चालू वित्तीय वर्ष के मई माह तक कुल तीन सौ उनतीस औद्योगिक कनेक्षन जारी कर उपभोक्ताओं को राहत प्रदान की है।
प्रबन्ध निदेषक श्री पी.एस.जाट ने बताया कि निगम द्वारा मई माह तक जारी किये गये औद्योगिक कनेक्षनों में 209 कनेक्षन लघु उद्योगों को, 93 कनेक्षन मध्यम श्रेणी के उद्योगों को तथा 27 कनेक्षन वृहद श्रेणी के उद्योगों को जारी किये गये। उन्हांेने बताया कि जारी किये गये औद्योगिक कनेक्षनांे में अजमेर जिला वृत में 85, अजमेर शहर वृत में 16, भीलवाड़ा में 24, नागौर में 55, झुंझुनूं में 4, सीकर में 35, बांसवाड़ा में 7, डूंगरपुर में 9, चितौड़गढ़ में 17, प्रतापगढ़ में 2, उदयपुर में 40 तथा राजसमंद जिले में 35 औद्योगिक कनेक्षन जारी किये गये।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी के 749 कनेक्षन जारी –
प्रबन्ध निदेषक ने बताया कि मई माह तक जन स्वास्थ्य अभियंात्रिकी विभाग के कुल 749 कनेक्षन जारी किये गये हैं जिसमें अजमेर जिला वृत में 139, अजमेर शहर वृत में 7, भीलवाड़ा में 51, नागौर में 183, झुंझुनूं में 41, सीकर में 290, चितौड़गढ़ में 26, बांसवाडा में 4, उदयपुर में 6 तथा राजसमंद जिले में 2 कनेक्षन जारी किये गये।
प्रबंध निदेषक ने बताया कि मई माह तक 17 स्ट्रीट लाईट तथा 54 कनेक्षन मिक्सड लोड के भी जारी किए गए है।
अधीक्षण अभियंता रत्नू एवं सहायक अभियंता नरूका के कारावास निर्णय पर स्थगन
राज्य उपभोक्ता आयोग जयपुर ने जिला उपभोक्ता मंच सीकर के आदेष पर रोक लगाई
अजमेर। जिला उपभोक्ता मंच सीकर द्वारा गत 5 जुलाई, 2013 को विद्युत विभाग के अधिकारियों को मैसर्स के.एस.वाई.ग्रीट उद्योग दलपतपुरा (पाटन) को विद्युत कनेक्षन जारी करने के मामले में दोषी करार देते हुए अधीक्षण अभियंता श्री बी.एस. रत्नू एवं सहायक अभियंता श्री एन.एस. नरूका को छः माह का कारावास का निर्णय दिया था। इस संबंध में निगम अधिकारियों ने राज्य उपभोक्ता आयोग जयपुर में गुहार लगाई, जिसके संबंध में निगम के अधिवक्ता श्री आर.के. शर्मा ने पैरवी की एवं मामले को राज्य उपभोक्ता आयोग जयपुर के अध्यक्ष माननीय अषोक परिहार ने सुनकर जिला उपभोक्ता मंच सीकर द्वारा दिए गए निर्णय पर आज 11 जुलाई, 2013 को स्थगन आदेष जारी कर दिए है।
निगम के अधिवक्ता श्री आर.के. शर्मा के अनुसार निगम अधिकारियों की सेवा में कोई न्यूनता नहीं पाई गई । ग्रामीणों द्वारा उक्त कनेक्षन को जारी करने के विरोध के कारण कार्य नहीं हो पा रहा है जिसे की अब पुलिस की सहायता से सम्पन्न करवाने की कार्यवाई की जावेगी।