राजस्थान माध्यमिक षिक्षा बोर्ड ने पूरे किए 56 साल

bser 450अजमेर। देश मंे केन्द्रीयकृत रूप से सबसे बड़ी परीक्षा आयोजित करने वाला राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अपनी स्थापना के 56 वर्ष पूर्ण कर कल गुरूवार को 57वें वर्ष में प्रवेश कर रहा है। वर्ष 2013 की राजस्थान बोर्ड की परीक्षा के लिए लगभग 20 लाख परीक्षार्थी पंजिकृत किए गए जो किसी भी परीक्षा आयोजित संस्था के लिए एक रिकॉर्ड है। राजस्थान बोर्ड की स्थापना 01 अगस्त 1957 को हुई थी। सन् 1958 में बोर्ड द्वारा आयोजित पहली सैकण्डरी परीक्षा में कुल 29142 विद्यार्थी सम्मिलित हुए और 12422 परीक्षार्थी उत्तीर्ण हुए परीक्षा परिणाम 42.62 प्रतिशत रहा। हायर सैकण्डरी परीक्षा में मात्र 2093 परीक्षार्थी परीक्षा प्रविष्ठ हुए, उनमें से कुल 951 परीक्षार्थी परीक्षा पास कर सके। परीक्षा परिणाम 45.43 प्रतिशत रहा। उस समय परिणाम तैयार करने से लेकर अंकतालिका का काम भी हस्तलिखित था।
देश के अन्य शिक्षा बोर्डों की भांत्ति राजस्थान बोर्ड मात्र परीक्षा आयोजित करने वाली संस्था नहीं है अपितु अपने से संबद्ध 28 हजार विद्यालयों के कक्षा-9 से 12 तक के विद्यार्थिंयो के लिए गुणात्मक शैक्षिक विकास के साथ सृजनात्मक क्रियाओं के विकास पर भी निरंतर जोर देता है। प्रतिभावान विद्यार्थिंयो के लिए कई प्रकार की छात्रवृत्तियां बोर्ड स्तर पर जारी की जाती है। अध्यापकों के अध्यापन कार्य में सुधार और दक्षता की दृष्टि से प्रशिक्षण कार्यक्रमों के साथ-साथ अनेक प्रतियोगिताओं का समय-समय पर आयोजन करता है।
राजस्थान बोर्ड द्वारा प्रदेश के दूरदराज के विद्यार्थिंयो को अंकतालिका, माइग्रेशन प्रमाण-पत्र जैसे कार्यों के लिए बोर्ड के केन्द्रीय कार्यालय ना आना पडे़ इसलिए राज्य में संभाग स्तर पर आठ विद्यार्थी सेवा केन्द्र की स्थापना की गई। राजस्थान बोर्ड द्वारा पूरक परीक्षा योग्य घोषित विद्यार्थिंयो को पूरक परीक्षा पास करने पर श्रेणी सहित अंकतालिका जारी करने के निर्णय का देश के अन्य शिक्षा बोर्डो ने भी अनुसरण करने का निर्णय लिया है। संवीक्षा हेतु आवेदन करने वाले परीक्षार्थिंयो का परिणाम भी बोर्ड ने इस वर्ष से ऑन लाईन कर दिया है। बोर्ड ने परीक्षाओं की विश्वसनीयता बनाये रखने की दृष्टि से अनेक निर्णय लिए जिसमें प्रश्न पत्रों को पुलिस थाने में रखना, विडियोग्राफी की व्यवस्था और परीक्षा केन्द्रों पर माइक्रोऑब्जर्वर की नियुक्ति शामिल है। प्रदेश के विद्यार्थी शैक्षिक दृष्टि से अन्य प्रदेशों के विद्यालयों से पिछड ना जाए, इस दृष्टि से राजस्थान में एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यक्रम लागू किया गया। बोर्ड ने मूकबधिर विद्यार्थिंयो के लिए विशेष परीक्षाओं के आयोजन की व्यवस्था भी की है।
राजस्थान बोर्ड ने देश में सबसे पहले परीक्षा में सम्मिलित होने वाले सभी विद्यार्थिंयो का डाटा ऑन लाईन फीड कराने का निर्णय को अमलीजामा पहनाया। राजस्थान बोर्ड के सभी परिणाम पिछले एक दशक से बोर्ड की वेबसाईट पर उपलब्ध कराए जा रहें है। बोर्ड सन् 1970 से वर्ष 2000 तक का विद्यार्थिंयो का परीक्षा संबंधी सभी डाटा शीघ्र ऑन लाईन करेगा। इससे पूर्व वर्ष 2000 तक की परीक्षा का डाटा ऑन लाईन किया जा चुका है ताकि भर्ती करने वाली एजेन्सियाँ अपने कार्मिक की शैक्षिक योग्यता की ऑन लाईन जाँच कर सके।

राजेन्द्र गुप्ता
राजेन्द्र गुप्ता

राजस्थान बोर्ड को राज्य सरकार ने राज्य अध्यापक पात्रता परीक्षा के आयोजन के लिए स्थाई नोडल ऐजेन्सी भी नियुक्त किया है। अब बोर्ड की महती योजना है कि बोर्ड कार्यालय को पूर्णतः कम्प्यूटरीकृत कर इसे पेपरलेस बनाया जाए। बोर्ड के 57वें स्थापना दिवस पर बोर्ड कार्यालय पर रोशनी की जा रही है।
-राजेन्द्र गुप्ता
उपनिदेशक जनसम्पक

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