केकड़ी। शहर में आगामी 24 सितंबर को सूबे के सरदार अशोक गहलोत आ रहे हैं यहां बनें नवीन चिकित्सालय भवन का लोकापर्ण करने और नये बनें चिकित्सालय भवन को जनता के लिये समर्पित करने,जिसके चलते ही शहर में वर्तमान में चल रहे अस्पताल भवन को पूर्ण रूप से स्थानांतरित करने की पूरी तैयारी भी कर ली गई हैं। इस बात की भनक ज्यों ही विपक्षी पार्टी भाजपा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को लगी तो उन्होने विरोध के स्वर उठा दिये हैं। भाजपा कार्यकर्ताओं ने पुराने अस्पताल को पूर्ण रूप से नये में स्थानान्तरित करने का खुला विरोध दर्ज कराया हैं। कार्यकर्ताओं ने शनिवार को एक ज्ञापन भी उपखण्ड अधिकारी हीरालाल मीणा को दिया हैं जिसमें मांग की गई हैं कि जल्दबाजी न करते हुए जब भवन में मूलभूत सुविधाऐं मुहैय्या करवा दी जाये तब इस अस्पताल को वहां स्थानान्तरित किया जाये। ज्ञापन में मांग की गई हैं कि नया अस्पताल भवन शहर से 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित हैं जिसमें फिलहाल मूलभूत सुविधाओं का भी अभाव हैं जो दूर हों,यातायात की भारी समस्या हैं जिसके लिये सीटी ट्रांसपोर्ट की सुविधा सुनिश्चित हों,सोनोग्राफी व अन्य जांचे वहां होना सुनिश्चित हो,मेडिकल स्टोर्स की सुविधा हो,चाय-पानी की सुविधाऐं हों व अस्पताल भवन में ऑपरेशन थियेटर आदि सभी सुविधाऐं सुचारू हो उसके बाद ही पुरानी अस्पताल को नये भवन में स्थानान्तरित किया जावे जिससे आमजन को समस्याओं का सामना ना करना पड़े। इसके साथ ही मांग की गई हैं कि पुरानी अस्पताल में सिटी डिस्पेंसरी के रूप में प्राथमिक उपचार सदैव चालू रखा जाये जिससे लोगों को सुविधा रहे। इस अवसर पर भाजपा शहर मण्डल अध्यक्ष रामनिवास तेली,महामंत्री अनिल राठी,हिन्दू रक्षा समिति अध्यक्ष बद्री माली,पूर्व मण्डल अध्यक्ष बलराज मेहरचंदानी,अब्दुल सलीम गौरी,राजेन्द्र विनायका,दुर्गालाल लोहार,राजराजेश्वर व्यास,नरेन्द्र पारीक,सत्यनारायण माली,मोहन लाल रेगर सहित अनेकों कार्यकर्तागण उपस्थित थे।
गौरतलब हैं कि राज्य में दो माह बाद विधानसभा चुनाव होने हैं और चुनावों को देखते हुए कुछ दिनों बाद ही आचारसंहिता भी लागू कर दी जायेगी। ऐसे में क्षेत्रीय विधायक द्वारा अपने ड्रीम प्रोजेक्ट का लोकापर्ण करना भी बेहद जरूरी हो गया हैं क्यों कि इस अस्पताल भवन के निर्माण का कहीं ना कहीं शर्मा को फायदा तो अवश्य ही मिलेगा। ऐसे में शर्मा इस प्रोजेक्ट को लेकर काफी उत्साहित भी नजर आ रहे हैं,मगर विपक्षी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने यह एक नया अडंगा इस प्रोजेक्ट में फंसा दिया हैं। अब देखने वाली बात होगी कि भाजपा पदाधिकारियों द्वारा दिये गये ज्ञापन की कोई सुनवाई की जाती हैं या फिर उन्हे अन्देखा कर प्रशासन द्वारा अस्पताल को स्थानान्तरित कर दिया जाता हैं।
गहलोत के दौरे को लेकर बैठक आयोजित
राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आगामी 24 सितंबर को केकड़ी दौरे को लेकर शनिवार को ब्लॉक कांग्रेस कमेटी,शहर कमेटी व अन्य प्रकोष्ठों की एक संयुक्त बैठक मुख्य सचेतक एवं क्षेत्रीय विधायक डा.रघु शर्मा के मुख्य आतिथ्य में कांग्रेस कार्यालय में आयोजित हुई। बैठक में गहलोत के दौरे को लेकर विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया गया। गौरतलब हैं कि गहलोत 24 को अजमेर रोड़ पर साढ़े 32 करोड़ रूपये की लागत से बन रहे चिकित्सालय भवन का लोकापर्ण करेगें व आमसभा को संबोधित करेगें। इसी को लेकर बैठक में सभी कार्यकर्ताओं को अलग-अलग जिम्मेवारियां उनके क्षेत्र के प्रति दी गई। सभी कार्यकर्ताओं को दायित्व दिया गया कि गहलोत की आमसभा में अधिक से अधिक लोगों को लेकर पहुंचे। इस अवसर पर डा.रघु शर्मा ने सभी को संबोधित करते हुए कहा कि केकड़ी क्षेत्र में विकास की गंगा बही हैं जो सिर्फ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत व क्षेत्रीय सांसद सचिन पायलट के प्रयासों से ही संभव हो पाया हैं इसलिये कांग्रेस पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं का दायित्व बनता हैं कि अधिक से अधिक लोग आमसभा में पहुंचे और उसे सफल बनावें। इस अवसर पर ब्लॉक कांग्रेस अध्यक्ष छोटूलाल कुमावत,शहर अध्यक्ष निर्मल चौधरी,कार्यकारी ब्लॉक अध्यक्ष रतन पंवार,सरपंच संघ अध्यक्ष धर्मीचन्द न्याती,रामेश्वर प्रसाद मूंदड़ा,धमेन्द्र चौधरी,चेतन धाबाई,धनेश जैन,किशन परेवा,शिखर चन्द्र जैन सहित अनेकों कार्यकर्तागण उपस्थित थे।
नर्सेस एसोसिएशन ने की सिटी डिस्पेंसरी की मांग
राजस्थान राज्य नर्सेज एसोसिएशन द्वारा राज्य के मुख्यमंत्री को एक ज्ञापन भेजकर मांग की गई हैं कि शहर में वर्तमान चिकित्सालय भवन में सिटी डिस्पेन्सरी बनाने की स्वीकृति जारी करा दी जाये। ज्ञापन में एसोसिएशन के प्रदेश महामंत्री गोपाल लाल वर्मा ने बताया हैं कि शहर में बना नया चिकित्सालय भवन शहर के 3-4 किलोमीटर दूर हैं जिससे आमजन को छोटी की चोट लग जाने पर भी उसे इतनी दूर जाना पड़ेगा जिससे उसे भारी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा और यदि वह दूरी से बचने के लिये प्राईवेट क्लिनिक में अपना इलाज करायेगा तो वह सरकार की योजनाओं का लाभ भी नहीं ले पायेगा व उस पर आर्थिक बोझ भी रहेगा। इसके चलते ही एसोसिएशन ने मांग की हैं कि पुराने अस्पताल के भवन में सिटी डिस्पेंसरी खोल दी जाये जिससे आमजन को राहत मिल सके।
क्या बोर्ड करेगा कोई कार्यवाही??
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान द्वारा शहर के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय जिन छात्राओं को पूरक योग्य घोषित किया था वे सभी पूरक परीक्षा में प्रथम व द्वितीय श्रेणी से उर्तीण हुई हैं।
गौरतलब हैं कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान द्वारा शहर के रा.बा.उ.मा.विद्यालय में अध्ययनरत छात्राओं में से बड़ी संख्या में छात्राओं के परीक्षा परिणाम अंग्रेजी विषय में पूरक दे दिये गये थे। एक साथ बड़ी संख्या में छात्राओं के एक ही विषय में पूरक आने से जहां छात्राऐं परेशान थी तो वहीं विद्यालय प्रशासन भी हैरान था। जिसके बाद छात्राओं ने विद्यालय प्रशासन व बोर्ड अधिकारियों के भी काफी चक्कर लगाये मगर कोई हल नहीं निकल पाया था,आखिरकार छात्राओं ने विद्यालय के बाहर ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था और कार्यवाही नहीं किये जाने तक धरना जारी रखने की ठान ली थी मगर प्रशासन द्वारा कार्यवाही का आश्वासन देकर छात्राओं को धरने पर से उठा लिया गया मगर कार्यवाही कुछ भी न की गई। आखिरकार सभी छात्राओं को पूरक परिक्षाऐं देनी ही पड़ी और जब पूरक परीक्षा का परिणाम आया तो सभी छात्राऐं प्रथम व द्वितीय श्रेणी में पास हुई हैं,जिससे साफ हैं कि कहीं न कहीं कॉपी चैकर ने कुछ गफलत की जिसने इन छात्राओं के भविष्य पर तलवार लटका दी।
अब ऐसे में सवाल उठता हैं कि क्या माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान इस पूरे मामले की जांच करवायेगा और यदि वीक्षक की गलती हुई तो क्या उसके खिलाफ कोई कार्यवाही कर पायेगा?? या फिर यूं ही पोपाबाई का राज चलता रहेगा और विद्या को देवी मानने वाले छात्र-छात्राओं की जिंदगी के साथ ऐसा खिलवाड़ होता रहेगा??
-पीयूष राठी