अनवरत बारीश ने कच्ची बस्तीयो का छिना चैन

kachi bast2अजमेर। अजमेर में पिछले 24 घंटे से लगातार जारी बरसात ने जन-जीवन को अस्तव्यस्त कर दिया है। बारिश कहर बन कर निचली बसितयों में परेशानी का सबब बनी है। निचली बसितयों में बरसात की वजह से क्षतिग्रस्त हुए मकानों को देखने के बाद प्रशासन ने राहत कार्य शुरू करने की घोषणा की है। बरसात की वजह से शहर में लगभग 10 मकान क्षतिग्रस्त हुए है। अजमेर शहर में पिछले 24 घंटे से कभी तेज तो कभी रिमझिम बरसात का दौर जारी है। बरसात ने सब से ज्यादा शहर की निचली बस्ती जादूगर ,झलकारी नगर ,नोनकरण का आहता और गुर्जर धरती के बाशिंदों को प्रभावित किया है। यहा लगभग 8 कच्चे मकान बरसात के चलते क्षतिग्रस्त हुए है। हालातो का जायजा लेने पहुचे नगर निगम महापौर कमल बाकोलिया ने माना की यहां रहने वालो का जीवन मुशिकलों भरा है। बाकोलिया ने साथ गए अधिकारियो को प्रभावित लोगो को तुरंत राहत पहुंचाने के निर्देश दिए।
kachi bastबाकोलिया ने हालातो की जानकारी जिला कलेक्टर वैभव गालरिया को भी दी। गालरिया के निर्देश पर मौके पर पहुचे एसडीएम राष्ट्रदीप ने प्रशासन की और से प्रभावितों के रहने के वैकलिपक इंतजाम स्थानीय सामुदायिक भवन में किये है साथ ही प्रभावित परिवारों के भोजन की व्यवस्था भी प्रशासन के स्तर पर करने की घोषणा की है ।
बरसात का असर शहर के पुराने जर्जर भवनों पर भी नजर आने लगा है। नया बाजार घास कटले में एक जर्जर भवन का कुछ हिस्सा ढह गया। गनीमत रही की इस हादसे में कोर्इ जन हानि नहीं हुर्इ। गौरतलब है की अजमेर नगर निगम द्वारा शहर के 150 भवनों को जर्जर माना गया है जो कभी भी जनहानि का कारण बन सकते है बावजूद इस के कोर्इ प्रभावी कार्यवाही नहीं होने के चलते हर बरसात में इन मकानों के गिरने का जोखिम बना रहता है।

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