अदालती आदेश की सरेआम अव्हेलना

atikramiअजमेर। कहने को अदालती आदेश के बाद अजमेर के जिला प्रशासन ने नदी नालो पर से अतिक्रमण हटाने के लिए पिछले दिनों व्यापक अभियान छेड़ा था लेकिन चैरसियावास रोड स्थित अभियंता नगर इलाके का एक मामला ऐसा भी है जहां प्रशासन सब कुछ जान कर भी अनजान बना हुआ है। यहा शंकर लाल खंडेलवाल नामक व्यक्ति ने नाले को ही पाट दिया , जनता शिकायत कर कर के परेशान है लेकिन अधिकारियो के कान पर जंू तक नहीं रेंगती। अभियंता नगर गली नम्बर 5 के पीछे यह मकान है शंकर लाल खंडेलवाल का।
खंडेलवाल साहब को ना तो सरकारी नियमो की परवाह है ना ही पड़ोसियों की परेशानी से कोई सरोकार। शंकरलाल ने तमाम नियमो को ताक में रख कर अपना मकान बुलंद किया तो वो सेट बेक छोड़ने का नियम भूल गए। सेट बेक नहीं छोड़ा तो कोई बात नहीं। हद तब हो गई जब उन्होंने घर के पीछे से गुजर रहे सरकारी नाले को पाटना शुरू कर दिया। नाला पटा तो नाले का पानी आसपास की इमारतो के लिए परेशानी बनने लगा। घरो की नीवो में पानी भरने और कमजोर होने की शिकायते सामने आने लगी। कई घरो में तो जमींन का धंसना भी शुरू हो गया।
परेशान लोगो ने पहले शंकरलाल से समझाइश की लेकिन जब कोई नतीजा नहीं निकला तो शिकायतों का दौर शुरू हुआ। एक के बाद एक , कई शिकायते अजमेर विकास प्राधिकरण को दी गई लेकिन अधिकारियो के कानो पर जूं नहीं रेंगी। इस मामले में जब भी परेशान लोग उग्र होते है तब ही अधिकारी यहाँ पहंुच कर जाँच का आश्वासन देते है। लेकिन जाँच भी द्रोपदी के चिर की तरह है जो शुरू तो हो चुकी है लेकिन खत्म होने का नाम नहीं लेती।
परेशान लोगो ने अब चेतावनी दी है की यदि प्रशासन ने उनकी समस्या का समाधान नहीं किया तो आगामी विधानसभा चुनाव में वे इनमे से कोई नहीं विकल्प का उपयोग करेंगे ताकि नेताओं को भी समझ में आये की जनता की सुनवाई नहीं करने के क्या नतीजे हो सकते है ।
इलाके की जनता परेशान है। उन्हें समझ नहीं आता की आखिर जब सब कुछ साफ़ है तो अधिकारी शंकर लाल के खिलाफ कार्यवाही क्यों नही करते है। लोग अब इस मामले में प्राधिकरण अधिकारियो के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप भी लगाने लगे है।

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