संजीवनी ने अपनी प्रस्तुति से मंत्रमुग्ध कर दिया

sanjivaniअजमेर / सुनहरा राजस्थान के तत्वावधान में रविवार शाम संस्कृति स्कूल में संगीत संध्या ‘चांद फिर निकला’ का आयोजन किया गया। चंद्रमा की शीतलता के बीच बही मधुर स्वर सरिता को सुन श्रोता झूमने को मजबूर हो गए। मुंबई की पाश्र्व गायिका संजीवनी समेत अन्य स्थानीय कलाकारों ने तराने पेश किए। कार्यक्रम की थीम चांद पर आधारित रही। सुर, संगीत और ताल से सधे एवं सजे कार्यक्रम का शुभारंभ सरस्वती वंदना के साथ हुई। अतिथियों का स्वागत आयोजक अनिल लोढ़ा ने किया।
पाश्र्व गायिका एवं फिल्म करीब के गीत गाने वाली संजीवनी ने …तू मेरा चांद, मैं तेरी चांदनी…, पिया तोसे नैना लागे रे.., आजा सनम मधुर चांदनी में हम.., खोया-खोया चांद.., सैंया दिल में आना रे.. समेत अन्य गीतों की प्रस्तुति दी। इनके अतिरिक्त एबीएल माथुर ने.. चांद को क्या मालूम.., राज माथुर ने ..ये चांद सा रोशन चेहरा…, अनिल जैन ने.. चंदा ओ चंदा किसने चुराई.. की प्रस्तुति दी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लोकायुक्त राजस्थान न्यायमूर्ति सज्जनसिंह कोठारी थे। संचालन माधवी स्टीफन ने किया। सुनहरा राजस्थान की ओर से अब तक चित्तौड़, भीलवाड़ा, मुंबई, हैदराबाद, कलकत्ता, सूरत आदि स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित किए जा चुके हैं।

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