देश का कारोबारी माहौल सुधारने के लिए सरकार ने 21 सदस्यीय समिति गठित की है। इस समिति में विभिन्न नियामकों और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों को भी शामिल किया गया है। इसकी अध्यक्षता सेबी के पूर्व चेयरमैन एम दामोदरन करेंगे।
नीतिगत सुस्ती और आर्थिक सुधारों में धीमी रफ्तार की आलोचना के बाद सरकार ने अर्थव्यवस्था में उद्योगों और निवेशकों का भरोसा बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया है। कंपनी मामलों के मंत्रालय ने इस समिति की जानकारी देते हुए एक बयान में कहा है कि दामोदरन अगले छह महीने में विस्तृत रिपोर्ट तैयार करके सरकार को सौंपेंगे। मंत्रालय ने कहा है कि नियामकीय संरचना की गहराई से समीक्षा की जरूरत है। इससे कारोबारी माहौल सुधारने में मदद मिलेगी।
उद्योगों की ओर से समिति में महिंद्रा एंड महिंद्रा समूह के चेयरमैन आनंद महिंद्रा और आदित्य बिड़ला समूह के चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला जैसे दिग्गज कारोबारी शामिल हैं। इनके अलावा आइटीसी चेयरमैन वाईसी देवेश्वर, टाटा समूह के निदेशक इशात हुसैन और टेरी के उपाध्यक्ष आरके पचौरी को भी इसमें रखा गया हैं। समिति में सेबी, भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआइ) के अलावा कंपनी मामलों के मंत्रालय, वित्त, ऊर्जा, पेट्रोलियम, हाइवे, वाणिज्य एवं उद्योग और शहरी विकास मंत्रालय के प्रतिनिधि शामिल हैं। यह समिति वित्तीय और प्रशासनिक सुधारों के लिए नीतियों को उदार बनाने सहित विभिन्न नीतिगत सुझाव देगी। एक हालिया रिपोर्ट में कारोबारी माहौल के मामले में भारत को 183 देशों में 132वा स्थान मिला है। यह रिपोर्ट विश्व बैंक ने तैयार की है। इस सूची के मुताबिक भारत ब्रिक्स और सार्क देशों में ज्यादातर मानकों पर सबसे पीछे है।