हावड़ा । सारधा ग्रुप द्वारा निवेशकों के करोड़ों रुपये गबन का मामला अभी ठंडा भी नहीं पड़ा कि बंगाल में हुगली जिले के शरत सरणी [बंडेल] के पास रायल इंटरनेशनल शेयर्स प्राइवेट लिमिटेड नामक चिट फंड कंपनी लोगों के 71 लाख रुपये लेकर गायब हो गई।
ठगे निवेशक जब चुंचुड़ा थाने में चिट फंड कंपनी के खिलाफ मामला दर्ज कराने गए तो वहां उनकी सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद मामला गरमा गया और हंगामा शुरू हो गया। कंपनी की तरफ से 25 फरवरी को शरत सरणी में 54 हजार रुपये प्रति माह किराये पर कार्यालय स्थापित गया था। इस कंपनी का मुख्यालय कूचबिहार के दिनहाटा रोड पर बताया जा रहा है। स्थानीय लोगों को अच्छे रिटर्न का प्रलोभन देकर कंपनी करीब 71 लाख रुपये लेकर फरार हो गई। कंपनी के अचानक बंद होने व किसी भी अधिकारी से मोबाइल पर संपर्क न होने से निवेशक हक्के-बक्के हैं। दोषियों की गिरफ्तारी व रुपये पाने को लेकर निवेशक जीटी रोड पर चक्का जाम करने की योजना बना रहे हैं। निवेशकों का आरोप है कि पुलिस को जानकारी देने के बाद भी वह कार्रवाई नहीं कर रही, बल्कि आरोपियों को भागने का अवसर दे रही है।
सारधा प्रकरण को लेकर पूर्व न्यायाधीश श्यामल सेन की अध्यक्षता में गठित जांच आयोग सोमवार से निवेशकों की शिकायत दर्ज करेगा। उन्हें आयोग के समक्ष प्रमाणित तथ्य देकर बताना होगा कि कितना पैसा जमा किया था। साथ ही विधाननगर पुलिस कमीश्नरेट भी निवेशकों का प्रमाणिक तथ्य संग्रह करने की प्रक्रिया शुरू करेगा। चिट फंड कंपनियों पर अंकुश लगाने तथा निवेशकों के हितों की रक्षा करने के लिए बंगाल सरकार विधानसभा के विशेष सत्र में मंगलवार को नया विधेयक पेश करेगी।