वयंग्य- विनोद

वरिष्ठ  नागरिकों के लिए रेल किराए में छूट बहाल करें न करें बयान देते रहिए … अच्छा लगता है //      एक निश्चित अंतराल से  समय-समय पर संचार के विभिन्न माध्यमों के सहारे वरिष्ठ नागरिकों को रेल किराये में छूट को बहाल न करने का समाचार देने के लिए हमारे रेल विभाग साथ ही … Read more

कला सशक्त माध्यम है दुनिया को खूबसूरत बनाने का

विश्व कला दिवस-15 अप्रैल, 2025 कला जीवन को रचनात्मक, सृजनात्मक, नवीन और आनंदमय बनाने की साधना है। कला के बिना जीवन का आनंद फीका अधूरा है। कला केवल एक भौतिक वस्तु नहीं है जिसे कोई बनाता है बल्कि यह एक भावना है जो कलाकारों और उन लोगों को खुशी और आनंद देती है जो इसकी … Read more

भक्ति के आडंबर पर तीखी चोट

लागी लागी सब कहिन, लागी लागी नाहीं।  लागी तो तब जानिए, लागी हो मन माहीं॥   यह सीधी चोट है, कलेजे पर चोट है। आडम्बर पर पर चोट है, भक्ति के ढकोसले पर चोट है। नाम-सुमिरन के दिखावे पर चोट है। कबीर तो ढोंगियों को फटकारते हैं। कबीर आडम्बर को लताड़ते हैं। वे खरे हैं, उनकी … Read more

बेहाल वृद्धों के लिये आयोग बनना एक सराहनीय कदम

केरल भारत का पहला राज्य बन गया है जिसने वरिष्ठ नागरिकों के लिए आयोग स्थापित करने के लिए एक कानून पारित किया है। यह एक सराहनीय एवं स्वागत योग्य पहल होने के बावजूद एक बड़ा सवाल भी खड़ा करती है कि आखिर भारत के बुजुर्ग इतने उपेक्षित एवं प्रताड़ित क्यों है? केरल जैसे शिक्षित राज्य … Read more

बाबा साहेब ने सामाजिक ढांचे में क्रांतिकारी परिवर्तन किये

डॉ. भीमराव अम्बेडकर जयन्ती- 14 अप्रैल, 2025 डॉ. भीमराव अम्बेडकर भारत की परिस्थितियों को एक संतुलित, भेदभावरहित, समानता एवं समतामूलक समाज की निगाह से देखते रहे एवं दलित जाति के साथ जुड़े सामाजिक और आर्थिक भेदभावों को समाप्त करने के लम्बा संघर्ष किया। इस महान् क्रांतिकारी महायोद्धा की जन्म जयन्ती का अवसर न केवल उनके … Read more

डॉ. भीमराव अंबेडकर: एक प्रेरणा और उनकी विरासत

14 अप्रैल डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती विशेष लेख    14 अप्रैल को भारत के संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अंबेडकर की 134वीं जयंती है। बाबा साहेब के नाम से मशहूर अंबेडकर लोकतांत्रिक भारत के सबसे प्रभावशाली शख्सियतों में से एक हैं जो एक न्यायविद, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाजसुधारक थे। उनका जन्म 14 अप्रैल, 1891 को तत्कालीन मध्य भारत प्रांत (अब मध्य प्रदेश) के महू नगर छावनी … Read more

मन की अयोध्या में सद्गुरु ही श्रीराम हैं !

भीलनी शबरी को दीक्षा देते समय मातंग ऋषि ने कहा था – मन की अयोध्या में सद्गुरु ही श्रीराम हैं। फिर समझाया कि अयोध्या यानि जहां कोई युद्ध नहीं, द्वंद नहीं, विकार भाव नहीं। ऐसे ही राम यानि ज्ञान का प्रकाश। सद्गुरु का भी अर्थ ज्ञान ही है। तो जब गुरु की कृपा से मन … Read more

कौन है पिता

पिता वो विशाल वृक्ष है जिनके छांव तले सुकून मिलता है, पिता वो स्वच्छ पत्ते है जो सिर्फ ठंडी हवाएं प्रदान करती है। पिता वो सारी टहनियां है जो एक-दूसरे को जोड़े रखते है, पिता वो गहरी जड़ें है जो संपूर्ण परिवार को संभालें रखते है। पिता वो सच्चे इंसान है जो सत्य, संस्कार पर … Read more

भारतीय गणतंत्र के संविधान के शिल्पकार बाबा साहिब डॉक्टर अम्बेडकर

भारत रत्न बाबासाहेब अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को महू छावनी में गरीब दलित (महार) परिवार मे हुआ था। स्कुली पढ़ाई में सर्वश्रेष्ट होने के बावजूद उन्हें एवं अन्य दलित छात्रों को विद्यालय मे अलग से बिठाया जाता था  और दलित छात्रों के साथ भेदभाव कर अमानवीय व्यवहार किया जाता था इन बातोँ से दुखी होकर बालक भीमराव … Read more

हनुमान थे कुशल प्रबंधक, योजनाकार एवं नेतृत्वकर्ता

हनुमान जयन्ती- 12 मार्च 2025 पर विशेष भगवान हनुमानजी इस कलियुग में महान शक्ति हैं, सबसे ज्यादा पूजे जाने वाले इष्ट हैं, जो अष्ट सिद्धि और नव निधि के देने वाले हैं। इसलिए उनकी विश्वासपूर्वक जो पूजा करता है, उसकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है। हनुमानजी को हिन्दू देवताआंे में सबसे शक्तिशाली माना गया है, … Read more

साधना, थ्योरी नहीं; प्रैक्टिकल वर्क है!

साधना यानि तन-मन को साधना, अनुशासित करना। अनुशासन यानि अभ्यास – सीधे बैठने का अभ्यास, कम खाने, कम बोलने, कम सोने आदि का अभ्यास। इंद्रियों को स्वाद की तरफ भागने से रोकने का अभ्यास। कर्तव्य एवं सेवा कर्म का अभ्यास। केवल नाम सुमिरन से काम नहीं चलेगा। केवल माला जपने से बात नहीं बनेगी। संत … Read more

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