मन की अयोध्या में सद्गुरु ही श्रीराम हैं !
भीलनी शबरी को दीक्षा देते समय मातंग ऋषि ने कहा था – मन की अयोध्या में सद्गुरु ही श्रीराम हैं। फिर समझाया कि अयोध्या यानि जहां कोई युद्ध नहीं, द्वंद नहीं, विकार भाव नहीं। ऐसे ही राम यानि ज्ञान का प्रकाश। सद्गुरु का भी अर्थ ज्ञान ही है। तो जब गुरु की कृपा से मन … Read more