मन की अयोध्या में सद्गुरु ही श्रीराम हैं !

भीलनी शबरी को दीक्षा देते समय मातंग ऋषि ने कहा था – मन की अयोध्या में सद्गुरु ही श्रीराम हैं। फिर समझाया कि अयोध्या यानि जहां कोई युद्ध नहीं, द्वंद नहीं, विकार भाव नहीं। ऐसे ही राम यानि ज्ञान का प्रकाश। सद्गुरु का भी अर्थ ज्ञान ही है। तो जब गुरु की कृपा से मन … Read more

कौन है पिता

पिता वो विशाल वृक्ष है जिनके छांव तले सुकून मिलता है, पिता वो स्वच्छ पत्ते है जो सिर्फ ठंडी हवाएं प्रदान करती है। पिता वो सारी टहनियां है जो एक-दूसरे को जोड़े रखते है, पिता वो गहरी जड़ें है जो संपूर्ण परिवार को संभालें रखते है। पिता वो सच्चे इंसान है जो सत्य, संस्कार पर … Read more

भारतीय गणतंत्र के संविधान के शिल्पकार बाबा साहिब डॉक्टर अम्बेडकर

भारत रत्न बाबासाहेब अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 को महू छावनी में गरीब दलित (महार) परिवार मे हुआ था। स्कुली पढ़ाई में सर्वश्रेष्ट होने के बावजूद उन्हें एवं अन्य दलित छात्रों को विद्यालय मे अलग से बिठाया जाता था  और दलित छात्रों के साथ भेदभाव कर अमानवीय व्यवहार किया जाता था इन बातोँ से दुखी होकर बालक भीमराव … Read more

हनुमान थे कुशल प्रबंधक, योजनाकार एवं नेतृत्वकर्ता

हनुमान जयन्ती- 12 मार्च 2025 पर विशेष भगवान हनुमानजी इस कलियुग में महान शक्ति हैं, सबसे ज्यादा पूजे जाने वाले इष्ट हैं, जो अष्ट सिद्धि और नव निधि के देने वाले हैं। इसलिए उनकी विश्वासपूर्वक जो पूजा करता है, उसकी मनोकामना अवश्य पूरी होती है। हनुमानजी को हिन्दू देवताआंे में सबसे शक्तिशाली माना गया है, … Read more

साधना, थ्योरी नहीं; प्रैक्टिकल वर्क है!

साधना यानि तन-मन को साधना, अनुशासित करना। अनुशासन यानि अभ्यास – सीधे बैठने का अभ्यास, कम खाने, कम बोलने, कम सोने आदि का अभ्यास। इंद्रियों को स्वाद की तरफ भागने से रोकने का अभ्यास। कर्तव्य एवं सेवा कर्म का अभ्यास। केवल नाम सुमिरन से काम नहीं चलेगा। केवल माला जपने से बात नहीं बनेगी। संत … Read more

भगवान महावीर: भारतीय संस्कृति का सूरज

महावीर  जयन्ती- 10 अप्रैल, 2025 प्रत्येक वर्ष हम भगवान महावीर की जन्म-जयन्ती मनाते हैं। महावीर जयन्ती मनाने का अर्थ है महावीर के उपदेशों को जीवन में धारण करने के लिये संकल्पित होना, महावीर बनने की तैयारी करते हुए देश एवं दुनिया में अहिंसा, शांति, करूणा, प्रेम, सह-जीवन को साकार करना। शांतिपपूर्ण, उन्नत एवं संतुलित समाज … Read more

चकल्लस

नौवीं क्लास मे छात्र ने पूछा इ टीचर! अवतार कौन है। टीचर_  राम कृष्ण अवतार हैं। लङ़का_ लेकिन कंगना दीदी तो कहती है कि मोदी अंकल अवताल हैं। परीक्षा मे आप कौनसा जवाब सही मानेंगे। टीचर_ मै नमीं जानता। दूसरा सवाल _ देशद्रोही किसे कहते हैं। ईचर_  जो दिए किसी से गद्दारी करें उसे देश … Read more

बढ़ती गर्मी एवं हीट वेव से जुडे़ जीवन-संकट

भारत में इस समय गर्मी एवं हीट वेव का प्रकोप बढ़ता जा रहा है, खासकर उत्तर भारत के अनेक राज्यों विशेषतः गुजरात, राजस्थान, दिल्ली, मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और ओडिशा में अप्रैल के प्रारंभ में ही बढ़ती गर्मी एवं हीट वेव लोगों को अपनी चपेट में लेने लगी, कई शहरों में पारा 44-45 डिग्री तक चढ़ गया … Read more

अजमेर में शम्भूनाथ की टेकरी भी रूहानी है!

इस शहर की चौतरफा पहाड़ियाँ आध्यात्मिक ऊर्जा (कॉस्मिक एनर्जी) का केंद्र रही हैं – आंतेड़ माता, चामुंडा माता, खोबरानाथ भैरों, कोटेश्वर महादेव, नौसर माता, तारागढ़ (तारा पीठ, मीरां साहब की दरगाह), मीरशाह अली, बाबा बादामशाह की दरगाह आदि । ऐसी ही रूहानी जगह है शम्भूनाथ की टेकरी। यह सोमलपुर में है। इसी पहाड़ी की जड़ … Read more

दुनिया को शांति के लिये एकसूत्र में पिरोने का महा-अनुष्ठान

विश्व णमोकार मंत्र दिवस – 09 अप्रैल, 2025 महावीर जयन्ती से ठीक एक दिन पूर्व 9 अप्रैल 2025 को विश्व णमोकार मंत्र दिवस को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित किया जा रहा है और एक विश्व, एक दिन और एक पवित्र महामंत्र और उसका पवित्र उच्चारण प्रातः 8ः01 से लेकर 9ः36 बजे तक, एक साथ पूरे … Read more

जजों की संपत्ति का प्रकटीकरण पारदर्शिता की ओर कदम

न्यायपालिका पर जनता का भरोसा लोकतंत्र का अहम आधार है। न्यायिक प्रणाली में किसी संदेह की गुंजाइश नहीं रहे, इसके लिये न्यायपालिका में अधिक पारदर्शिता, जबावदेही एवं निष्पक्षता की जरूरत है, इसके लिये सर्वोच्च न्यायालय से निचली अदालतों तक के न्यायाधीशों को संपत्ति सार्वजनिक करने जैसे कदम उठाए जाने की अपेक्षा आजादी के अमृतकाल में … Read more

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