यह जो है खड़गपुर … !!

तारकेश कुमार ओझा एक जिले के दो शहर। भौगोलिक नजरिए से कहें तो कंसावती नदी के दो छोर पर बसे दो जुड़वा शहर। लेकिन दोनों शहरों की तासीर बिल्कुल अलग । एक राम है तो दूसरा लखन। मेदिनीपुर मतलब स्वतंत्रता संग्राम की धरोहरें, गौरवशाली अतीत , विरासत , शासन , सभ्यता और संस्कृति… जबकि खड़गपुर … Read more

मुद्दों की जगह मतों की राजनीति के चुनाव

पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने जा रहे, राजस्थान और तेलंगाना में एक ही दिन 7 दिसंबर को मत डाले जाएंगे। जबकि मध्य प्रदेश और मिजोरम में 28 नवंबर को मतदान होगा। छत्तीसगढ़ में चुनाव दो चरणों में होंगे, पांचों राज्यों के चुनाव परिणाम 11 दिसंबर को आएंगे। गौरतलब है कि इन 5 राज्यों के … Read more

क्यों बदहाल एवं उपेक्षित है बचपन?

संपूर्ण विश्व में ‘सार्वभौमिक बाल दिवस’ 20 नवंबर को मनाया गया। उल्लेखनीय है कि इस दिवस की स्थापना वर्ष 1954 में हुई थी। बच्चों के अधिकारों के प्रति जागरूकता तथा बच्चों के कल्याण को बढ़ावा देने के लिए यह दिवस मनाया जाता है।बच्चों का मौलिक अधिकार उन्हें प्रदान करना इस दिवस का प्रमुख उद्देश्य है। … Read more

मीटू की तरह घरेलू हिंसा पर आन्दोलन हो

स्वतंत्र भारत में यह कैसा समाज बन रहा है, जिसमें करीब एक-तिहाई शादीशुदा महिलाएं पतियों से पिटती हैं। वडोदरा के गैर सरकारी संगठन ‘सहज’ और इक्वल मेजर्स 2030 के एक सर्वे के अनुसार 15 से 49 साल के आयु वर्ग की महिलाओं में से करीब 27 फीसदी घरेलू हिंसा बर्दाश्त करती आ रही हैं। महिलाओं … Read more

राम मंदिर मुद्दा: अयोध्या से दिल्ली तक रैली की गूंज

25 को अयोध्या, बेंगलुरू, नागपुर में 9 को दिल्ली में जमावड़ा -संजय सक्सेना, लखनऊ- आम चुनाव से कुछ माह पूर्व एक बार फिर भगवान राम का भव्य मंदिर बनाए जाने की मांग जोर पकड़ने लगी है। अयोध्या में भगवान श्री राम की जन्मस्थली पर भव्य मंदिर निर्माण के लिये आरएसएस के बाद विश्व हिन्दू परिषद … Read more

अप्सराओं का मनुष्यों के साथ पत्नी के रूप में रहने का रहस्य!

संसार भर में स्वर्ग के अस्तित्व और उसमें रहने वाली अप्सराओं के बारे में विश्वास किया जाता है। बहुत सी अप्सराएं स्वर्ग से धरती पर आती थीं और मनुष्यों के साथ पत्नी के रूप में रहकर पुनः स्वर्ग को चली आती थीं। कुछ अप्सराएं तो धरती के कई मनुष्यों के साथ रहकर संतानें उत्पन्न करने … Read more

विपक्षी एकता के सूत्रधार की असली चुनौती

आगामी लोकसभा चुनाव की हलचल उग्र होती जा रही है। भारतीय जनता पार्टी बनाम विपक्षी गठबंधन का दृश्य बन रहा है। जैसे-जैसे चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, विपक्षी एकता के स्वर सुनाई दे रहे हैं। लेकिन सशक्त विपक्ष के गठबंधन की सबसे बड़ी बाधा एक सूत्रधार को लेकर है, जो विभिन्न दलों सेे बात … Read more

अनंत कुमार को अलविदा नहीं कहा जा सकता

केन्द्रीय मंत्री अनन्त कुमार का अचानक अनन्त की यात्रा पर प्रस्थान करना न केवल भाजपा बल्कि भारतीय राजनीति के लिए दुखद एवं गहरा आघात है। उनका असमय देह से विदेह हो जाना सभी के लिए संसार की क्षणभंगुरता, नश्वरता, अनित्यता, अशाश्वता का बोधपाठ है। वे कुछ समय से कैंसर से पीड़ित थे। 12 नवम्बर 2018 … Read more

महंगी शादियों की शहनाईयां ….!!

सेलीब्रिटियों की महंगी शादियों पर खांटी खड़गपुरिया तारकेश कुमार ओझा का पंच… देश में जब – जब संकट की घड़ी आती है तब – तब ऊंचे महलों में शादियों की शहनाईयां गूंजती है … इधर महंगाई से जन – जन में मचा हाहाकार उधर दूल्हा – दुल्हन खरीदे करोड़ों के हार इक शादी के कई … Read more

‘अहिंसा मीट’: एक भ्रामक नाम

बाजारवाद और उपभोक्तावाद ने जीवन, समाज और संस्कृति के अनेक क्षेत्रों को नकारात्मक तरीके से प्रभावित किया है। सच्चे-झूठे विज्ञापन और अंधाधुंध विपणन (मार्केटिंग) के जरिये बाजार में ऐसे भ्रम पैदा किये जाते हैं कि आम आदमी कुछ शातिर लोगों की चाल समझ ही नहीं पाता है, अपितु वह झाँसे में आ जाता है। नतीजतन … Read more

चुनावी चौसर-2019

जैसे जैसे लोकसभा आम चुनाव नजदीक आ रहे है वैसे-वैसे राजनैतिक दलो में हलचल तेज होती जा रही है, हर कोई अपने हिसाब से बिसात बिछाने की कोशिश मे है और उसी के अनुसार अपनी चाले तय कर रहा है। कहीं हिन्दु होने का दंभ भरा जा रहा है तो कंही जातिगत समीकरण तलाशे जा … Read more

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