एक खुली चिट्ठी मोदी जी के नाम

नरेंद्र भाई मोदीजी आपने अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को अलग थलग करने के जो प्रयास किये हैं , वे सराहनीय हैं। उनकी जितनी भी तारीफ की जाय वह कम है। लेकिन एक बात मैं कहना चाहूँगा कि इसी तरह के प्रयास राष्ट्रीय स्तर पर भी किये जाने चाहियें। मसलन देशवासी नहीं चाहते हैं कि भारत … Read more

राजस्थान हाईकोर्ट में लगी मनु की मूर्ति के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आन्दोलन का ऐलान

( 25 दिसम्बर 2016 को गांव गांव जलाई जायेगी मनुस्मृति और 3 जनवरी 2017 को जयपुर में होगा मनु मूर्ति हटाने का आन्दोलन ) जिसने असमानता की क्रूर व्यवस्था को संहिताबद्ध किया. जिसने शूद्रों और महिलाओं को सारे मानवीय अधिकारों से वंचित करने का दुष्कर्म करते हुये एक स्मृति रची,जिसके प्रभाव से करोडों लोगों की … Read more

क़लम उठ जाती है

जहाँ-जहाँ भी भ्रमण किया है, वहाँ , वहीँ की भाषा । ऐसे कैसे पूरी होगी , हिंदी की अभिलाषा ? इंगलिस ने प्रभाव जमाकर, सब चौपट कर डाला । क्षेत्रवाद की महामारी ने , हिंदी को धो डाला । -नटवर विद्यार्थी

कौन समझे पुरबिया पुत्रों की पीड़ा …..!!

यदि मुझसे कोई पूछे कि मुलायम सिंह यादव कितने बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके हैं , तो शायद मैं सही- सही बता नहीं पाऊंगा। इतना जानता हूं कि वे एक से ज्यादा बार मुख्यमंत्री रहे थे। क्योंकि उत्तर प्रदेश की राजनीति में उनका जिक्र बचपन से सुनता आ रहा हूं। कालेज के दिनों … Read more

व्यथा और प्रथा

पुनर्वास के योजनाधीन एक नए वीरान गॉव तक पहॅुच के लिए पक्की सड़क मंजूर हो गई । नए ठेकेदार को ठेका मिला। पड़ौसी ग्राम के सरपंच से लेकर विधायक सभी ने नए ठेकेदार से अपना – अपना हिस्सा देने के लिए कहा। षिकायत करने पर एक बाबू ने बताया कि बडे बाबू , अकाउन्टटेंट एवं … Read more

तैनाती चित्राँशी अफसरों की हलकान खबरनबीस, बहस जारी

शाम को नित्य की तरह इवनिंग वाक पर था। टाइम हो गया था, इसलिए थोड़ा तेज कदम से घर की तरफ चलने लगा, इसी बीच दो-चार जान-पहचान वाले बोले सर जी रूकिए कुछ आवश्यक बात करनी है। कहना पड़ा डियर घर वापसी का समय हो गया है, आज नहीं अब कल बात कर लेना या … Read more

”चाँद मेरा”

चांदनी रात थी वो देख रहा था मैं चाँद को टकटकी लगाए लो छुप गया चाँद भी बदलियों में दिल में लिए सिलसिला तुम्हारी यादों का सोचता रहा तुम्हें नींद के आगोश में चले जाने तक महसूस करता रहा तुम्हे प्यार से सहलाता रहा खुशबू तुम्हारे बदन की करने लगी मदहोश मुझे जुल्फे घनेरी में … Read more

विदेशी कम्पनीयो का विरोध पहले अपने परिवार मे करे

कुछ दिनो से व्हाट्सअप,ट्वीटर और फेसबुक पर लोगो को कसमे खाते पढ़ रहा हूँ कि चीन का सामान नहीं खरीदेंगे….ओर अखबारो मे भी देख रहा हू चीनी सामान ओर विदेशी सामान नही खरीदेंगे पर जो लोग कसमे खा रहै विदेशी सामान जला रहै वो अपनी जेब नही देख रहै है जिसमे विदेशी कम्पनी का मोबाईल … Read more

आदिवासी समाज की अस्मिता से जुड़े यक्ष प्रश्न

-गणि राजेन्द्र विजय- आदिवासी समाज की अस्मिता और उत्थान वर्तमान समय की सबसे बड़ी जरूरत है। आजादी के सात दशक बाद भी देश का आदिवासी समुदाय जिन मानसिकताओं एवं समस्याओं से जूझ रहा है, वह एक गहन चिन्ता का विषय है। आदिवासी समाज को एक नये मुकाम पर पहुंचाने एवं उनके समग्र विकास के लिये … Read more

माटी राजस्थान की

घूम-घूमकर देख रहा हूँ , झाँकी हिंदुस्तान की । थोड़ी साथ लिए चलता हूँ , माटी राजस्थान की । माथे पर इसको मलता हूँ , तन शीतल हो जाता । और लगाता सीने से जब , मन निर्मल हो जाता । जिसको संग रखने से होती , अनुभूति भगवान की । थोड़ी साथ लिए चलता … Read more

दो जुड़वां बहने

दो जुड़वां बहने थी । हुई तो दोनों एक साथ व एक ही नक्षत्र में ,किन्तु एक मॉ की गोद में रहना उचित समझती थी, तो दूसरी आस – पड़ोस में । एक मॉ का दूध पीकर ऐसे बढ़ने लगी जैसे षुक्ल पक्ष का चन्द्रमा बढ़ता है, तो दूसरी डब्बे का दूध पी -पीकर ऐसे … Read more

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