लालची एवं लोभी स्वयं को ही ठगता है

-गणि राजेन्द्र विजय – लोभ-लालच से आच्छादित मन, मृग-मरीचिका में भटकता रहता है एवं पर को ही नहीं स्वयं को ठगता है, धोखा देेने के चक्कर में स्वयं धोखा खाता है। दूसरों को छलने से स्वयं की आत्मा में छाले पड़ जाते हैं और वे रिसते रहते हैं, वे दन्त की रीस देते रहते हैं। … Read more

महावीर के सिद्धांतों पर ही वास्तविक तरक्की संभव: गंगवार

महावीर निर्वाण दिवस पर ‘महावीर पाट परम्परा’ पुस्तक का लोकार्पण नई दिल्ली, 27 अक्टूबर 2016 केन्द्रीय वित्त राज्यमंत्री श्री संतोष गंगवार ने राष्ट्र के लिए अहिंसा, नैतिकता तथा सामाजिक संवेदनशीलता को सबसे जरूरी बताते हुए कहा कि कोई भी राष्ट्र चाहे किसी भी क्षेत्र में कितनी भी प्रगति क्यों न कर ले वह इन मूल्यों … Read more

आदिवासियों का समग्र विकास सरकार की प्राथमिकता: जुएल ओराम

दिल्ली में भव्य राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव का उद्घाटन प्रधानमंत्री करेंगे नई दिल्ली, 24 अक्टूबबर 2016 केन्द्रीय जनजाति मामलों के मंत्री श्री जुएल ओराम ने कहा कि आदिवासी जनजीवन का समग्र विकास सरकार की प्राथमिकता है। आदिवासी क्षेत्रों में शिक्षा, रोजगार, आत्मनिर्भरता, स्वास्थ्य एवं स्वावलंबन के लिए हम प्रयासरत हैं। इसी उद्देश्य से राष्ट्रीय जनजातीय महोत्सव … Read more

आदिवासी समाज की अस्मिता से जुड़े यक्ष प्रश्न

-गणि राजेन्द्र विजय- आदिवासी समाज की अस्मिता और उत्थान वर्तमान समय की सबसे बड़ी जरूरत है। आजादी के सात दशक बाद भी देश का आदिवासी समुदाय जिन मानसिकताओं एवं समस्याओं से जूझ रहा है, वह एक गहन चिन्ता का विषय है। आदिवासी समाज को एक नये मुकाम पर पहुंचाने एवं उनके समग्र विकास के लिये … Read more

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