कंकड़ पत्थर की ईमारत और बेपरवाह नेता ?
“कंकड़ पत्थर जोड़ के मस्जिद लाई बनाय ता उपर मुल्ला बाँग दे क्या बहिरा हुआ खुदाय ! ” उपरोक्त शब्द हम नहीं कह रहे हैं यह तो सैंकड़ो वर्ष पहले एक महान निर्गुण संत कवि /विचारक /समाज सुधारक कबीर ने कहे थे जो आज भी इस आधुनिक युग में सार्थक से प्रतीत होते हैं। इसलिए … Read more