हिन्दुतत्व की प्रयोगशाला (Gujarat)

sohanpal singh
sohanpal singh
अबतक जिस प्रकार से RSS और BJPने गुजरात को अपने हिन्दुतत्व की प्रयोग शाला क्या बनाया वे यह समझने लगे की अब तो गुजरात राज्य उनकी जागीर हो गया है ! और हो भी क्यों न जब गुजरात का झुनझुना दिखा कर पुरे देश पर ही कब्ज़ा जो कर लिया है ! लेकिन लोकतंत की जो परिकल्पना सविधान के निर्माताओं ने की थी उसके अनुसार राजनितिक पार्टियों और नेताओं ने उसे भारतीय परिपेक्ष में समझने की अब तक भयंकर भूल की है ?
क्योंकि नेता अपने को राजा और जनता को अपनी प्रजा समझने लगे? अब अगर कोई अपनी आवाज उठाना चाहता है तो उसका दमन क्यों ? नौजवान हार्दिक पटेल का आरक्षण आंदोलन तो एक बहाना है वास्तव में यह नौजवानो का आक्रोश है ? जिस नौजवान ने मोदी के अंदर त्रुटियों के होते हुए भी अपने सर आँखों पर बैठाया वह वर्ग मोदी के 15 माह के कार्यक्रमों और अब तक के कार्य कलाप से संतुष्ठ नहीं है ! अभी तक तो ये आक्रोश दिल्ली और गुजरात तक ही सिमित था आने वाले समय में यह बिहार सहित पूरे देश को ही अपने आगोश में समा सकता है अगर कोई सक्षम नौजवान नेतृत्व आगे आये तो ?

SPSINGH

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