अनहोनी को होनी कर दे…..!!

-तारकेश कुमार ओझा- तब मेहमानों के स्वागत में शरबत ही पेश किया जाता था। किसी के दरवाजे पहुंचने पर पानी के साथ चीनी या गुड़ मिल जाए तो यही बहुत माना जाता था। बहुत हुआ तो घर वालों से मेहमान के लिए रस यानी शरबत बना कर लाने का आदेश होता। खास मेहमानों के लिए नींबूयुक्त … Read more

विश्वनाथ प्रसाद तिवारी की कुछ रचनाएं और उनका सिंधी अनुवाद

1. उन आँखों में पृथ्वी जल में जल ज्योति में ज्योति वायु में वायु आकाश में और आकाश समा गया था उन आँखों में 2. अपने-अपने अजनबी मैं अपनी इच्छाएँ कागज़ पर छींटता हूँ मेरी पत्नी अपनी हँसी दीवारों पर चिपकाती है और मेरा बच्चा कभी कागजों को नोचता है कभी दीवारों पर थूकता है। … Read more

खेजङली मेँ समर लड्यो वा इमरता बहन कठे

खेजङली मेँ समर लड्योऽऽ-2 वा इमरता बहन कठे बांची है इतिहासा मेँ-2 मायङ थे ऐङी सपूत जणी दूध लजायो नी थारो-2 वा रण मेँ जा सरदार बणी संकट सीनो ताण शेरनीऽऽ-2 डटगी गिरधर रे आगे वा झुकी नहीँ सिँह नारी,अभय री सेना रे आगे जांभाणी री समाज रत्नऽऽ-2 वा इमरता बहन कठे रे।टेर। आ माटी … Read more

क्या प्रधानमंत्री मोदी का शपथ ग्रहण गलत मुहूर्त पर हुआ था?

–ध्यानपूर्वक गंभीरता से पढ़कर मनन-चिंतन करें…!!!! ==सहयोग एवं आभार–सिद्धार्थ जगन्नथ जोशी (बीकानेर) एवं स्वामी आनंद शिव मेहता(इंदौर)== पिछले महीने यानी 26 मई 2014 सोमवार सायं 6 बजे बहुत ही शुभ योग सोम प्रदोष पर नरेन्द्र मोदी देश की सेवा की शपथ, यानी भारत के 15वें प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की थी… शपथ ग्रहण … Read more

कहाँ गयी अब राजस्थान की सरकार

कहाँ गयी अब राजस्थान की सरकार जो चुनावों से पहले महिला संरक्षण की बातें किया करती थी। अब क्या राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे जी को राज्य में बढती बलात्कार की घटनाएं क्यों नहीं दिखाई दे रही है क्यों राज्य सरकार इस पर कार्रवाई नहीं कर रही है और अब कहाँ है वो आर.एस.एस. एवं … Read more

अकाल मोत और जून महीना… क्या यह एक संयोग मात्र हैं..

( सन्दर्भ श्री गोपीनाथ मुण्डे की असमय अकाल मृत्यु ) =====केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री गोपीनाथ मुंडे की कल (मंगलवार) सुबह (03 मई 2014) दिल्ली में हुए एक सड़क हादसे के बाद हार्ट अटैक आने से ६.३० बजे के करीब मौत हो गई। मुंडे को हादसे के बाद एम्स के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया … Read more

क्योंकि हम हैं अंधेरा उलीचने के आदी …!!

-तारकेश कुमार ओझा- कहते हैं अंधेरे का कोई अस्तित्व नहीं होता, बल्कि उजाले की कमी ही अंधेरे को जन्म देता है। इसी तरह नाव के पानी को उलीचने से ज्यादा जरूरी उसके छेद को बंद करना होता है। लेकिन लगता है हमारे देश व समाज का एक बड़ा हिस्सा अंधेरे को उलीचने की कवायद में … Read more

DO NOT DO

Do not under estimate your self. Do not lead a meaning less life Do not ignore doing the right things, Do not get rooted yoyr self  in comfort zones Do not be stranger to your spiritual self .Do not hold grudges Never loose dignity. Do not ignore your core group Never have negative attitude and negative thinking, … Read more

कैसे सुधरे बनारस …!!

-तारकेश कुमार ओझा- भारी भीड़ को चीरती हुई ट्रेन वाराणसी रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म पर पहुंच चुकी थी। मैं जिस डिब्बे में सवार था, कहने को तो वह आरक्षित था। लेकिन यर्थार्थ में वह जनरल डिब्बे जैसा ही था। चारों तरफ भीड़ ही भीड़। कोई कहता भाई साहब आरएसी है। कोई वेटिंग लिस्ट बताता। किसी की … Read more

ऊँचा-ऊँचा धोरा अठै, लाम्बो रेगिस्तान

ऊँचा-ऊँचा धोरा अठै, लाम्बो रेगिस्तान। कोसां कोस रुंख कोनी, तपतो राजस्थान।। फोगला अर कैर अठै, करै भौम पर राज। गोडावण रा जोङा अठै, मरुधर रा ताज।। कुंवा रो खारो पाणी, पीवै भैत मिनख। मेह रो पालर पाणी, ब्होत जुगत सूं रख।। कोरी कोरी टीबङी, उङै रेत असमान। सणसणाट यूं बाज रही, जणुं सरगम रा गीत।। … Read more

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