ब्यावर: आखिर कौन पहनेगा विधायक का ताज?

शंकर सिंह रावत
शंकर सिंह रावत

-हेमन्त साहू- चुनावी मैदान में रणभेरी बज चुकी है। यौद्धाओ ने तटस्थ रह कर चनावी युद्ध मे लडने का मानस बना लिया है। अपने अस्त्र- शस्त्र बाहर निकाल अपने विरोधियो को निपटाने की तैयारी में जुट गये है। शनिवार को पहचानी मिलने के साथ ही अपनी सैना मे वृद्धि करने के लिए जन के मन को पाने के लिए निकल पडे है। यौद्धा की चातुर्यता एवं सैना की परिक्षा 1 दिसंबर को होगी।
राजस्थान विधानसभा के चुनाव होने है।  नामांकन वापस लेकर प्रभुसिंह रावत, इन्दरसिंह बागावास, श्रवणसिंह भाटी, महादेव सिंह रावत, युवा नरेश कनोजिया ने संगठन के आदेशो की पालना करते हुए ाारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी शंकर सिंह रावत को स ार्थन करने में जुट गये है।  वही भाजपा के सिद्ध हस्त रह चुके नेता देवीशंकर भुतडा नीर्दलीय प्रत्याशी के रुप मे अपना दबदबा दिखाने कि फिराक में है।

मनोज चौहान
मनोज चौहान

भाजपा संगठन पर अपनी पकड रखने वाले पुर्व विधायक रह चुके भुतडा अपने समर्थको के उत्साह को देख भाजपा के प्रत्याशी को पटखनी देने के लिए डट गये है। यु विधायक एवं भाजपा प्रत्याशी शंकर सिंह रावत पिछले करीब 25 वर्षौ से चुनावी मैदान के खिलाडी रह चुके है। रावत भी इस चुनाव को गंभीरता से लेते हुए फुं क- फुंक कर कदम बढा रहे है।
भाजपा के रावत को शनिवार नामांकन तिथि के दिन चार भाजपा नेताओ द्वारा नाम वापस लेकर पार्टी से जुड जाने के बाद राहत की सांस दिखाई दे रही है। दुसरी तरफ कांग्रेस प्रत्याशी युवा नेंता मनोज चौहान के मुख पर मुस्कराहट एवं माथे पर गंभीरता देखी जा रही है। कांग्रेस नेता व सरपंच पप्पु काठात ने नामांकन वापस लेने के आखिरी दिन नीर्दलीय प्रत्याशी के रुप मे  मौजुदगी दिखाकर चौहान  को सोचने पर विवश कर दिया है।

देवी शंकर भूतडा
देवी शंकर भूतडा

यु कांग्रेस नेता चौहान नम्र स्वभाव के होने के कारण हर हल निकालने माहिर है।  ये तो हुई प्रत्याशियो के दम खम की बात अब आते है संभावित परिणाम को जानते है। भाजपा के बागी प्रत्याशी भुतडा  चुनावी मैदान मे मतो का दमखम दिखाते है तो निश्चित ही भाजपा के वोट काटेंगे। लेकिन भाजपा प्रत्याशी समर्थक आश्वस्त हो कर कह रहे है कि गत विधानसभा चुनाव में भुतडा समर्थको द्वारा विरोध करने के बावजुद भाजपा प्रत्याशी रेकार्ड मतो से जीता था।
लेकिन अब स्थितिया हमारे लिए अनुकुल है। जो भी हो सब दुध का दुध पानी का पानी हो जायेगा। चुनाव के बाद आने वाला परिणाम इन रथियो मे से एक महारथी चुनेंगा। फिर पता चलेगा किसको मिलेगा राज और आखिर कौन पहनेगा विधायक का ताज ?

error: Content is protected !!