राज बदल गया, मगर काज नहीं बदला

मनोज सारस्वत
मनोज सारस्वत

अरांई। प्रदेश में नई सरकार को सत्ता सुख भोगते हुए चार माह बीत जाने के बाद भी सरकारी कार्यालयों में काम करने के अंदाज की स्थिति जैसी की तैसी है। आम आदमी के काम काज ज्यों के त्यों अटके पडे है। न कोई सुनने वाला है न कोई समस्या समझने की जरूरत रख रहा है। मामले को लेकर भारतीय किसान संघ में प्रशासनिक कार्यप्रणाली को लेकर रोष व्याप्त है। भारतीय किसान संघ अध्यक्ष उमराव गौरेली ने प्रशासन पर आरोप लगाया कि अरांई के सरकारी कार्यालयों में पिछली सरकार के कार्यकाल में जिस प्रकार रूपये पैसे देकर काम करवाने की स्थिति थी वहीं स्थिति भाजपा की नई सरकार स्थापित होनें के बाद भी बनी हुई है। कहने का तात्पर्य न कोई रोकने वाला तो नहीं कोई टोकने वाला। अरांई के सरकारी कार्यालयों व पंचायत समिति द्वारा संचालित की जा रही योजनाओं में भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है।
दुखड़ा तो राशनों का है :– किसान संघ के सदस्यों ने तहसील मुख्यालय पर राशनों के नहीं बंटने को लेकर रोष जताया। वहीं सदस्यों ने जिला कलक्टर को ज्ञापन भेज राशन जल्द वितरित करने की मांग करते हुए समस्याओं के दोर से गुजर रहे ग्रामीणों का दुखड़ा रोया। सदस्यों ने बताया कि राशन के माध्यम से ही सरकार द्वारा आमजनता को खाद्य सामग्री वितरित कि जाने की प्रक्रिया संचालित की जाती है। वर्तमान स्थिति में कई ग्रामीणों को राशन नहीं मिलने से सरकारी कार्यालयों के चक्कर काटने के लिए मजबूर है। साथ ही राशनों में ढेरों त्रुटिया व राशन शुल्क की ग्राम पंचायत में कितना जमा कराना है कि जानकारी नहीं होनें के कारण आम आदमी पीसता जा रहा है।
ग्राम पंचायतों के नहीं खुलते ताले :– एक ओर जहॉ प्रशासनिक अधिकारी तहसील मुख्यालय पर बैठकर प्रशासनिक व्यवस्थायें देख रहे है वहीं ग्रामीणों के सीधे सम्पर्क से जुडी हुई ग्राम पंचायतों क े समय पर ताले नहीं खुलने तथा ग्राम पंचायत मुख्यालयों पर ग्रामसेवकों के नहीं रूकने से ग्रामीण परेशान है।
बदले हैं दलाल :- वहीं भारतीय किसान संघ के उमराव गौरेली ने सरकारी कार्योलयों में भ्रष्टाचार को बढावा देने वाले दलालों के खिलाफ मुहिम तेज की है। किसान संघ द्वारा सूचीबद्ध तरीके से ई सुगम के माध्यम से विभागीय आला अधिकारियों को दलाल गिरी करने वालों की सूचना भेजने की प्रक्रिया चरम सीमा पर है। गौरेली ने बताया कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया के अनुरूप मतदान के बाद सत्ता बदलने पर सरकारी कार्यालयों में दलालों के बदलने का दौर जारी रहता है। जो आमजन को नुकसान पहुंंचाने के लिए भ्रष्टाचार क ी अग्रि को उत्तेजित करने में कहीं कसर नहीं छोड़ रहे है।
-मनोज सारस्वत

error: Content is protected !!