ब्यावर भाजपा मण्डल की नवगठित कार्यकारिणी की घोषणा के साथ ही विवाद उत्त्पन्न हो गया है। नवमनोनित अध्यक्ष श्री तिलोकानी को विधायक शंकरसिंह जी द्वारा दी गई लिस्ट जारी नहीं करके अब अध्यक्ष व विधायकं के बीच फिर से दूरियां बनना तय हो गया है। अध्यक्ष श्री तिलोकानी ने दो तीन दिन पहले तैयार की लिस्ट को 3-4 दिन बाद प्रेस में जारी करने को कहा था। लेकिन श्री तिलोकानी ने चातुर्यता से राजनेतिक दाव लगाते हुये। विधायक शकरसिंह रावत वाली लिस्ट को रद्दी में पटक दी। वही अपने राजनैतिक आका देहात अध्यक्ष श्री सारस्वत के मार्ग निर्देशन में अपनी लिस्ट जारी कर दी।इससे लिस्ट ने न केवल विधायक को नीचा दिखाया है बल्की उन्हे धरातल भी दिखा दिया है। विधायक से बडा संगठन होता है।