अजमेर के प्रभारी मंत्री वासुदेव देवनानी और जिला कलेक्टर डॉ. आरुषि मलिक ने 18 मार्च को दिनभर इस बात को प्रदर्शित किया कि दोनों के बीच कोई विवाद नहीं है। कलेक्टर प्रभारी मंत्री की बैठकों में उपस्थित रहती है और प्रभारी मंत्री भी कलेक्टर का सम्मान करते हंै। 18 मार्च को एक नहीं दो-दो बार देवनानी और डॉ.मलिक ने एक साथ बैठकों में अपनी उपस्थिति दर्ज करवाई। पहली बार फसल खराबे पर जब देवनानी ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जिले के एसडीएम, तहसीलदार और बीडीओ से संवाद किया, तब डॉ. मलिक भी उपस्थित थीं। इसके बाद देवनानी ने जब सर्किट हाऊस में जलदाय, पीडब्ल्यूडी, विद्युत, एडीए, नगर निगम आदि विभागों के अधिकारियों की बैठक ली, तो उसमें भी डॉ. मलिक उपस्थित रहीं। यह बात अलग है कि 16 मार्च को देवनानी और डॉ. मलिक के बीच कथित नाराजगी सार्वजनिकतौर पर देखने को मिली थी। 18 मार्च को डॉ. मलिक देवनानी की बैठक में भाग लेने के लिए सर्किट हाऊस पहुंच गई, जबकि 16 मार्च को देवनानी ने कलेक्ट्रेट के सभागार में ही बैठक ली। तब कलेक्टर नहीं आई थीं। इस बीच देवनानी भी कलेक्टर मलिक की कुर्सी पर बैठ गए। डॉ. मलिक कलेक्ट्रेट में तभी आई, जब देवनानी बाहर निकल गए। 18 मार्च को जिस प्रकार प्रभारी मंत्री और कलेक्टर के बीच आपसी तालमेल देखने को मिला, उससे अब उम्मीद की जा रही है कि आम लोगों को राहत मिल पाएगी।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in) M-09829071511
