हाईवे पर दूध चोरों का है डेरा वो अजमेर जिला है मेरा

राजेश टंडन
राजेश टंडन
जहां डाल डाल पर सोने की चिडिया करती है बसेरा वो भारत देश है मेरा की तर्ज पर …..जहां सारे अजमेर जिले में अधिकांश हाईवे पर दूध चोरों का है डेरा वो अजमेर जिला है मेरा , गुजरात से निकलने वाले मदर्स डेयरी औऱ अमूल्य डेयरी व अन्य दूधवालो के सैकडों दूध से भरे ट्रक मालिकों की रुह कांपती है जब उनके दूध के ट्रेंकर अजमेर से गुजरते है यहाँ पुलिस की सरप्रस्ती में हाईवे के डाबों पर छुपा कर खडे करके करीब 500 लीटर दूध छोटी यूटीलिटी गाडियों में जरिये टूलू पम्पो के ट्रक चालको याने ड्राइवरो की मिली भगती से निकाल लिया जाता है औऱ उसमें उतना ही पानी मिला दिया जाता है औऱ उस दूध का फेट कायम रखने के लिये कुछ केमीकल औऱ यूरिया मिला दिया जाता है ताकी दिल्ली में दूध फैक्ट्रीयो नाप के समय फेट बराबर बोले , इस ऐवज में ट्रक ड्राईवर औऱ सम्बधित हल्का पुलिस डाबे वाले के माध्मम से अपना अपना हिस्सा ले लेती है जो करीब 50,000 रूपया प्रति डाबा होता है , ट्रक बाले जितना दूध बेचा उसका पैसा औऱ डाबे वाला चोरी करने की जगह औऱ पानी का पैसा ले लेता है यह सब स्व रोजगार की भावना से होता है , बाकी चुराया हुआ दूध चोरों व्दारा शहर में महंगे भाव बिक जाता है औऱ इस तरह दूध की नदियां अजमेर में बहती है ।इस पर एक सिर्फ एक बार ही अंकुश लगा था जब गुजरात के मदर्स डेयरी वाले तात्कालिन D G P श्री हरीश मीणा जी पर गये थे और उनको सारे हालत बताये तो मीणा जी ने तात्कालिन I G P अजमेर रेंज अनिल पालीवाल को निर्देश दिये औऱ पालीवाल जी ने तो उनके कार्यकाल में ये गोरख धन्धा उन्होनें तो कसम खा कर ही नहीं चलने दिया पालीवाल जी अपने कार्यकाल और ईमानदारी की अमिट छाप अजमेर रेंज में छोड़ गये जो कभी भी भुलाई नहीं जा सकेगी, और पालीवाल साहब के जाने के बाद तो फिर कुऐं में भांग पड गई औऱ हाल ये हो गये के फिर तो जैसे पानी में दूध मिलाया जाने लगा जैसे तेल लाइनो में से तेल खींच लेते वैसे ही ट्रेंकरो से दूध खीचंने लगा औऱ दूध की रखवाली फिर बिल्लीयों को दे दी गई ,काश ये व्यथा कथा भी भगवान किसी तरह आदरणीय अमित शाह के कानों तक पहुंचाये औऱ फिर कोई भारत मां का लाल आदरणीय श्री दिनेश एम एन IPS जैसा कोई अफसर यहाँ भी पैदा हो या उसकी आत्मा यहाँ किसी अफसर के प्रवेश कर जाये,या यहाँ के शासन औऱ पुलिस प्रशासन का जमीर और भगवान जाग जाये लोगो के बीमार बच्चों पर जो दूध की जगह यूरिया पी कर इस त्रासदी को भोग रहे है बीमार हो रहे सीधे बचपन से बुढापा देख रहे है औऱ बिना मौत जो मर रहे है पर कोई तरस या रहम आ जाये , इसी आशा औऱ अपेक्षा के साथ.
राजेश टंडन वकील अजमेर

error: Content is protected !!