उम्मीद है एक पत्रकार के नाते यागिक का सफर जारी रहेगा

ओम माथुर
ओम माथुर
मेरे अभिन्न सहयोगी, मित्र,हरदिल अजीज, हरफनमौला भाई राजेन्द्र यागिक दैनिक नवज्योति मेँ 27 साल की सेवा के बाद कल सेवानिवृत्त हुए। उनकी ये सेवानिवृति एक सँस्थान में उनकी नौकरी की पारी का समापन हो सकता है, लेकिन पत्रकारिता मे उनके जलवे हम देखते रहेंगे। मेराऔर यागिक का नवज्योति में करीब करीब एक साथ प्रवेश हुआ था। हमने इतने साल साथ ही काम किया है। रिपोर्टिंग करते हुए उन्होंने कई विभागों मे ऐसी पकड़ बनाई थी की उनकी लिखी खबरें किसी और रिपोर्टर के लिये हासिल करना भी मुमकिन नही था। अपनी सदाबहार मुस्कराहट और ऑफ द रिकॉर्ड के नाम पर उन्होंने कई शानदार स्टोरीज नवज्योति के पाठकों के लिए पेश की। इसलिए उन्हें 20 साल पहले उत्कृष्ट पत्रकारिता के लिए सम्मानित किया गया था। यागिक की सबसे बडी खूबी ये है कि वह किसी बात से विचलित नहीं होते थे, ना ही उन्हें गुस्सा आता था। उनकी ये खूबियाँ कम से कम मुझमें तो नहीं है। उम्मीद है एक पत्रकार के नाते यागिक का सफर जारी रहेगा। उनमें आज भी युवा पत्रकारों से ज्यादा उर्जा और ललक है। सालों तक उन्होंने दिन रात दिन पत्रकारिता को दिए हैं, जब वो सुबह पुष्कर से आते और देर रात लौटते थे। भविष्य के लिए शुभकामनाएं।

ओम माथुर

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