पुष्कर। अंतररास्ट्रीय ख्याति प्राप्त पुष्कर मेले की शुरुआत फीकी रही।
संसदीय सचिव सुरेशसिंह रावत ने मेले का झंडा रोहन किया।
इस दौरान मेला मैदान में अपेक्षित भीड़ नहीं थी। ग्राउंड में ग्रामीणों की संख्या नदारद थी। विदेशी पर्यटक भी बहुत कम थे।
पिछले सालों की जैसे स्कूली छात्राओं के नृत्य, फुटबाल मैच व् ग्रामीण महिलाओं की मांडना प्रतियोगिता से मेले की शुरुआत हुई।
मेला क्षेत्र में भी कोई ख़ास भीड़ नजर नहीं आई।
नाथू शर्मा, पुष्कर

श्रीमानजी शुरूआत पशु मेले की थी तो उनमे क्या ग्रामीण और क्या शहरी, पशु तो पशु है. रही बात दर्शकों की तो जैसे आजकर शहरी लोग विदेशी बनने की कोशिश में है तो हो सकता है कि ग्रामीण शहरी बन गए हो. रस्म अदायगी में अब आम जनता को क्या इन्ट्रैस्ट.