जिगर चाहिए आईपीएस पंकज चौधरी, विकास कुमार जैसा बनने के लिए

विनीत जैन
विनीत जैन
अभी हाल ही में आईपीएस पंकज चौधरी को राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है स्टेट रिकॉर्ड ब्यूरो में पुलिस की मार्किंग का शानदार सिस्टम बनाने के लिए जिसकी तारीफ केंद्रीय गृह मंत्री ने भी की है , ये वाकई पुरे राजस्थान के लिए गर्व की बात है कि हमारे यहाँ ऐसे जांबाज अफसर है परंतु दुःख की बात है कि ऐसे अफसरों को ही सबसे ज्यादा परेशान किया जाता है ,

पंकज चौधरी सबसे पहले जैसलमेर में गाजी फ़क़ीर की हिस्ट्री शीट खोलने के मामले में चर्चा में आये थे और उसका इनाम उन्हें ट्रांसफर करके दिया गया ये बात थी कांग्रेस सरकार के समय और भाजपा सरकार के समय उन्होंने बूंदी दंगो के चलते बजरंग दल पर कार्यवाही की जिसकी वजह से भाजपा भी उनसे नाराज है , यहाँ सवाल यह है की क्यों सरकारों को पंकज चौधरी जैसे अधिकारी पसंद नहीं आते जो गले सड़े सिस्टम को बदलने की बात करते है और उसे बदलते भी है , हमारी सरकारें आज सिर्फ अपना हित देखती है उन्हें जनता के हित से कोई सरोकार नहीं है , यदि होता तो पंकज चौधरी , विकास कुमार जैसे अधिकारी जो जनता के हित में कार्य करते है उन्हें साइड लाइन नहीं किया जाता ,

असल में विकास कुमार , पंकज चौधरी जैसे अधिकारी ही पुलिस का नारा आम जन में विश्वास अपराधियो में भय को साकार कर सकते है अन्यथा तो उल्टा तो हो ही रहा है

ये अधिकारी उनमे से है जिन्हें आप कही भी लगा दो वे वही से अपना कार्य शुरू कर देते है और साइड लाइन समझे जानी वाली पोस्ट का भी इस्तेमाल इस तरह करते है ताकि वहाँ भी कोई कमाल कर के दिखा सके इसका सबसे सटीक उदाहरण दिया है पंकज जी ने .

यदि असली ताकत जनता के हाथ आ जाये जैसा की पंकज जी ने प्लान बनाया है तो वाकई सारे थानों की स्तिथि सुधर जाये और थाने में जाने से जनता की वजाए अपराधी डरा करेंगे .

बहुत हिम्मत चाहिए नदी के बहाव के खिलाफ तैरने की, बहाव के साथ तो तिनके भी तैरते रहते है

विनीत जैन
न्यूज़ फ़्लैश
अजमेर संभाग
8107474391

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