हिंदू उत्सव समिति की समझदारी से टला सरवाड़ में टकराव

सरवाड़ में गणेश प्रतिमा विसर्जन शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। इसको लेकर न केवल प्रशासन तनाव में था, अपितु राज्य सरकार भी गंभीर थी। आम जन तो चिंतित थे ही।
इस मुद्दे को लेकर पिछले एक माह से जद्दोजहद चल रही थी। हिंदू उत्सव समिति रानी सागर में ही प्रतिमा विसर्जन पर अड़ा हुआ था उधर मुस्लिम समाज की भी जिद थी कि वहां विसर्जन नहीं होने दिया जाएगा। प्रशासन ने निचले स्तर पर संबंधित पक्षों की कई बैठकें लीं, मगर कोई रास्ता नहीं निकल रहा था। यहां तक कि सरवाड़ बंद तक होने की नौबत भी आई। ऐसे में सरकार बेहद चिंतित थी। विशेष रूप से गोपालगढ़ कांड के बाद मुस्लिम समाज के निशाने पर आई अशोक गहलोत सरकार के लिए यह संकट की घड़ी थी। केन्द्रीय अल्पसंख्यक आयोग की भी सरवाड़ पर नजर थी। इस कारण जिला प्रशासन को आदेश दिए गए थे कि किसी भी प्रकार मामले का शांतिपूर्ण हल निकाला जाए। क्षेत्र के विधायक व सरकारी मुख्य सचेतक डॉ. रघु शर्मा को भी एक बार जा कर समझाइश करनी पड़ी। कलेक्टर वैभव गालरिया और एसपी राजेश मीणा के साथ आईजी अनिल पालीवाल लगातार मोनिटरिंग रहे थे। किसी भी स्थिति से निपटने के लिए मौके पर मजिस्ट्रेट भी नियुक्त किए गए। पूरे सरवाड़ को छावनी का रूप दे दिया गया। आखिरकार हिंदू उत्सव समिति ने टकराव समाप्त करने के लिए रानी सागर की बजाय गोपाल बावड़ी में विसर्जन की अनुमति मांग ली, जिस पर कि मुस्लिम समाज को भी कोई ऐतराज नहीं था। प्रशासन चाहता भी था। बावजूद इसके टकराव की आशंका के मद्देनजर विसर्जन के दिन स्वयं जिला कलेक्टर वैभव गालरिया व एसपी राजेश मीणा पूरे दल बल के साथ मौजूद रहे। कड़ी मुस्तैदी के चलते विसर्जन पूरे धूमधाम के साथ संपन्न हो गया और प्रशासन ने राहत की सांस ली।
-तेजवानी गिरधर

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