दो घंटे तक दर्शनों के लिए तरसते रहे आम श्रद्धालु

◆ *पूर्व प्रधानमंत्री एच डी देवेगौड़ा और कर्नाटक के मुख्यमंत्री कुमार स्वामी ने ब्रहा मंदिर के दर्शन कर बन्द कमरे में किया विशेष अनुष्ठान •••••*

◆ *दो घंटे तक दर्शनों के लिए तरसते रहे आम श्रद्धालु , पुलिस प्रशासन ने श्रद्धालुओ के साथ कि धक्का मुक्की, मीडिया कर्मियों से भी उलझे एडिशनल एस पी सोलंकी ••••*

राकेश भट्ट
देश के पूर्व प्रधानमंत्री और जेडीएस के वरिष्ठ नेता एच डी देवेगौड़ा आज अपनी , पत्नी , बेटे कर्नाटक के नव नियुक्त मुख्यमंत्री कुमार स्वामी , बहु सहित परिवार के अन्य सदस्यों के साथ साथ अपने दिल्ली के अपने विश्वासपात्र ज्योतिषी के साथ जगतपिता भगवान ब्रम्हा के मंदिर दर्शन करने पहुचे । जहां उनकी अगवानी मंदिर के वरिष्ठ पुजारी लक्ष्मी निवास वशिष्ठ ने माला एवं शॉल पहनाकर की । देवेगौड़ा परिवार ने जगत पिता ब्रम्हदेव की आरती उतारकर भक्ति भाव के साथ पूजा अर्चना की और भगवान की परिक्रमा लगाकर आशीर्वाद भी मांगा ।

पुष्कर यात्रा के दौरान खास बात यह रही कि एच डी देवेगौड़ा और कुमारस्वामी ने ब्रम्हा मंदिर परिसर में ही बने एक कमरे में अपनी धर्मपत्नियो के साथ बैठकर विशेष अनुष्ठान भी किया । यह अनुष्ठान देवेगौड़ा परिवार के साथ दिल्ली से आये एक ज्योतिषी ने कमरा बन्द करके करवाया जिसमे जाने की अनुमति किसी को नही थी यहां तक कि ब्रम्हा मंदिर के मुख्य पुजारी वशिष्ठ को भी इस अनुष्ठान से दूर रखा गया । सूत्रों की माने तो कर्नाटक में चल रही कुमार स्वामी और कांग्रेस की गठबंधन सरकार को किसी तरह का कोई खतरा ना हो , इसमें आने वाली सभी परेशानियां दूर हो और 2019 में होने वाले लोकसभा चुनावों में जेडीएस को ज्यादा से ज्यादा सफलता हासिल हो इस उद्देश्य से ब्रम्हा मंदिर के बन्द कमरे में यह विशेष अनुष्ठान किया गया था ।

*पुष्कर सरोवर की पूजा करने नही गए देवेगौड़ा , 2 घंटे इंतजार करने के बाद तीर्थ पुरोहित हुआ निराश ••••*
देवेगौड़ा परिवार लगभग डेढ़ से 2 घंटे तक ब्रम्हा मंदिर में अपनी विशेष पूजा अर्चना और अनुष्ठान में व्यस्त रहा । इस दौरान उनके पुश्तैनी तीर्थ पुरोहित पुखराज दुबे ने ब्रम्ह घाट पर सरोवर का पूजन करवाने के लिए समस्त तैयारियां पूरी कर ली । उन्होंने पूजा अर्चना के लिए दूध , दही , मावा , माला प्रसाद सहित सभी जरूरी सामग्री एकत्र करके सजा रखी थी । साथ ही देवेगौड़ा द्वारा परवे में कई गई पुष्कर यात्रा के बहि खाते भी उन्हें दिखाने के लिए तैयार रखे थे परंतु जैसे ही ब्रम्हा मंदिर से कुमार स्वामी और देवेगौड़ा नीचे आये उन्होंने समय की कमी का हवाला देते हुए पुरोहित को सरोवर पर जाने से मना कर दिया । धार्मिक मान्यता है कि बगैर सरोवर की पूजा किये लौटना शुभ नही माना जाता है । अब इसका देवेगौड़ा के परिवार पर क्या असर होगा यह आने वाला भविष्य ही बता पायेगा ।

*दो घंटे तक ब्रम्हा मंदिर में प्रवेश नही कर सके श्रद्धालु , पुलिस ने बाहर से हटाने के दौरान की धक्का मुक्की •••*
देवेगौड़ा परिवार लगभग डेढ़ घंटे तक मंदिर में रहा यही वजह रही कि बाहर खड़े पुलिस अधिकारियों ने किसी भी श्रद्धालु यात्री को मंदिर में प्रवेश नही करने दिया । मंदिर के बाहर धूप में खड़े कई बुजुर्ग महिला पुरुष अपने परिवारजनों के साथ परेशान होते रहे , कई महिलाएं छोटे छोटे बच्चों को गोद मे लिए खड़ी रही परंतु पुलिस ने किसी को भी अंदर नही जाने दिया । हद तो तब हो गई जब पुलिस मंदिर के बाहर खड़े लोगों को वहां से भी हटाने लग गई । इस दौरान कुछ पुलिसकर्मियो ने श्रद्धालुओं से धक्का मुक्की भी की जिस पर कई लोगो ने नाराजगी भी जाहिर की ।

*कवरेज के दौरान मीडियाकर्मियों से उलझे एडिशनल एस पी सोलंकी , कैमरा छीनकर तोड़ने की कि कोशिश •••*
देवेगौड़ा परिवार की यात्रा का कवरेज कर रहे मीडिया कर्मियों के साथ भी पुलिस के आला अधिकारी उलझ गए । मंदिर के बाहर ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों को जब एडिशनल एस पी पुष्पेंद्र सोलंकी कुछ निर्देश दे रहे थे तभी उनका कवरेज कर रहे मीडिया कर्मी को देख सोलंकी तैश में आ गए और उन्होंने पत्रकार का कैमरा छीनकर तोड़ने तक कि कोशिश कर दी । अचानक हुए इस घटनाक्रम के बाद मीडिया कर्मियों ने सोलंकी का जमकर विरोध किया । इससे कुछ देर के लिए माहौल तनावपूर्ण हो गया । कुल मिलाकर आज पुलिस का व्यवहार बिल्कुल ठीक नही रहा जिसको लेकर श्रद्धालुओ और मीडियाकर्मियों में जमकर नाराजगी देखी गई ।

*राकेश भट्ट*
*प्रधान संपादक*
*पॉवर ऑफ नेशन*
*मो 9828171060*

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