*आईपीएल मैच शुरू होते ही सक्रिय हुए सटोरिये

तिलक माथुर
क्रिकेट आईपीएल का 12 वां सीजन शुरू हो गया। आईपीएल क्रिकेट मैच के शुरू होते ही केकड़ी शहर में सटोरिये व सट्टा खेलने वाले सक्रिय हो गए हैं। सूत्रों के मुताबिक शहर में रोजाना लाखों रुपए का सट्टा खेला जा रहा है। सट्टेबाजों की नजर आईपीएल के हर मैच पर टिकी है। सट्टेबाज सबसे मजबूत और कमजोर टीम के हिसाब से रेट तय करते हैं। क्रिकेट प्रेमियों के अलावा एक वर्ग ऐसा भी है जो मैच के टॉस से लेकर हर बॉल को गंभीरता से देखता है और हर गेंद पर दांव लगाता है। सट्टे के इस खेल में कई युवा पहले भी बर्बाद हो चुके हैं मगर यह शौक ऐसा है कि बर्बाद होने के बाद भी सट्टा खेलने से बाज नहीं आ रहे। क्रिकेट पर सट्टा करने वाले आगे बड़े सटोरियों के यहां सट्टा उतारते हैं। अधिकांश सट्टा ऑनलाइन खेला जाता है। आमतौर पर सट्टा खेलने व खिलाने वाले मोबाइल पर ही सट्टा खेलते हैं। यही वजह है कि पुलिस को सट्टा रोकने व पकड़ने में सफलता नहीं मिल पाती। सटोरिये अधिकतर अपने मकान या सुरक्षित जगह पर ही सट्टे का धंधा करते हैं। इस खेल में शहर के कई व्यापारियों से लेकर युवा तक शामिल हैं। सट्टा खेलने वाले पुराने ग्राहक होते, सटोरिये नए ग्राहक सोच- समझकर बनाते हैं नया ग्राहक उसी को बनाया जाता है जिसे वे जानते हैं। मिली जानकारी के अनुसार, शहर में आईपीएल मैच के दौरान सट्टा लगाने वाले कई एजेंट्स ऐसे हैं, जिनका अपराधी किस्म के लोगों से कनेक्शन है। ये एजेंट अपराधी किस्म के लोगों के जरिए ही पैसा वसूली करते हैं और हवाला के जरिए रुपया बड़े एजेंट को पहुंचाने का काम कर रहे हैं। यह पूरा नेटवर्क लैपटॉप, मोबाइल, वाइस रिकॉर्डर वगैरह पर ही चलता है। हालांकि यह खेल पिछले कई सालों से चल रहा है। पुलिस ने आजतक यहां एक भी सटोरिये को नहीं पकड़ा है, पुलिस के सुस्त रवैये से इनका खेल आज भी जारी है। क्रिकेट के सट्टे का बाजार कोड वर्ड पर चलता है और इस खेल में कई कोड है। खास बात यह है कि सट्टा लगाने वाले शख्स को लाइन कहा जाता है, जो एजेंट यानी फंटर के जरिए बुकी (डिब्बे) तक बात करता है। एजेंट को एडवांस देकर अकाउंट खुलवाना पड़ता है, जिसकी एक लिमिट होती है। सट्टे के भाव को डिब्बे की आवाज बोला जाता है। सट्टेबाज 20 ओवर को लंबी पारी, दस ओवर को सेशन और छह ओवर तक सट्टा लगाने को छोटी पारी खेलना कहते हैं। मैच की पहली गेंद से लेकर टीम के जीत तक भाव चढ़ते- उतरते हैं। आईपीएल मैच के दौरान सट्टे के इस खेल में मैच शुरू होने से पहले दोनों टीम का रेट जारी किया जाता है, जो हर गेंद से लेकर टीम की जीत तक भाव चढ़ते- उतरते हैं। इसी दौरान मैच में सट्टा लगाने वाले अपनी मनपसंद टीम पर भाव के हिसाब पर रुपया लगाते है। अगर टीम जीत जाती है तो भाव के हिसाब से रुपया मिलता है और अगर टीम हार जाती है, तो एजेंट को रुपया देना होता है। क्षेत्र के डीएसपी राजेश वर्मा ने कहा कि सट्टा खिलाने वालों व सट्टा खेलने वालों पर जल्द ही प्रभावी कार्यवाही की जाएगी, उनके ठिकानों का पता लगाया जाएगा। जहां भी सूचना मिलेगी कार्रवाई जरूर की जाएगी।

तिलक माथुर*
*केकड़ी_अजमेर*
*9251022331*

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