नगर पालिका ने मास्टर प्लान में निहित भू उपयोग के तथ्य छुपाएं रखे।आर टी आई में खुला राज।

दो साल पूर्व ही बन चुका होता नवीन चिकित्सालय।💐

अरुण पाराशर
माननीय चिकित्सा एवम स्वास्थ्य मंत्री श्री रघु शर्मा द्वारा ढाई वर्ष पूर्व पुष्कर में 100 बेड के उच्च श्रेणी चिकित्सालय की घोषणा के बाद जिला कलेक्टर अजमेर द्वारा नवीन चिकित्सालय हेतु पालिका स्वामित्व की खसरा नंबर 786,3282/787 की 50 बीघा भूमि में से 20 बीघा भूमि को चिन्हित कर नगर पालिका को आवंटन की कार्यवाही के निर्देश दिए थे उस भूमि के पालिका ने मास्टर प्लान 2031 में निहित भू उपयोग के वास्तविक असली तथ्यों को राज्य सरकार से जानबूझकर छुपाकर पत्र व्यवहार करते हुए इसे ग्रीन बेल्ट,पार्क, खेल मैदान,खुले स्थल, स्टेडियम ले लिए आरक्षित बताकर आज तक अंधेरे में रखा , इस संबंध में गहराई से जानकर लोगों ने मास्टर प्लान से असलियत को खंगाला तो इस भूमि का मास्टर प्लान 2031 में भू उपयोग रेत के टीले अंकित होना पाया गया है।
पालिका ने नियमानुसार चिन्हित भूमि के भू उपयोग के संबंध में नगर नियोजन विभाग अजमेर से तकनीकी राय लेना भी मुनासिब नही समझा,जो कि प्रत्येक सरकारी हो या निजी भू प्रकरण में तकनीकी राय लेना आवश्यक होता है,सामान्यत:जिन नगरों में मास्टर प्लान लागू रहता है वहां पहले भू उपयोग परिवर्तन होने के बाद ही भू आवंटन आदेश या भूमि पट्टा देने का प्रावधान है पुष्कर नगर पालिका में इसका उल्टा हो रहा है।पुष्कर में मास्टर प्लान लागू है यदि तकनीकी राय ले ली जाती तो ,रेत के टीले की भूमि का चिकित्सालय हेतु भू उपयोग किए जाने में किसी भी प्रकार की कोई तकनीकी बाधा थी ही नही, क्यों कि पालिका रेत के टीले की निजी भूमियों में भू उपयोग परिवर्तन कर कई लोगों को वर्षो से पट्टे देती आ रही है।नवीन चिकित्सालय के मामले में पालिका ने असली तथ्यों को छुपाएं रखने का कृत्य किस मंशा से किया यह जांच का विषय है,लेकिन इसका सीधा खामियाजा आज पुष्कर की जनता को भुगतना पड़ रहा है यदि यही चिकित्सालय दो साल पहले बन चुका होता तो आज korona महामारी में पुष्कर व आस पास की जनता के लिए वरदान साबित होता।
ये ही नही पालिका ने तथ्यों के साथ खिलवाड़ करने के और कई संगीन कारनामे अंजाम ही नही दिए बल्कि अपने ही मास्टर प्लान 2031 मे निहित भू उपयोग के विपरीत तथा गुलाब कोठारी बनाम सरकार में माननीय उच्च न्यायालय के निर्णय दिनांक 12,जनवरी 2017 के बाद प्रतिबंधित क्षेत्र ,पार्क,खेल मैदान, खुला स्थल/स्टेडियम के लिए मास्टर प्लान 2031 में आरक्षित खसरा नम्बर 2148/2982 की 60 बीघा भूमियों का अन्य भू उपयोग हेतु प्राइवेट स्कूल, कॉलेज, संस्थाओं को नियमों को ताक में रखकर गैर कानूनी तरीके से बिना भू उपयोग की तकनीकी राय नगर नियोजन विभाग से लिए बिना ही सीधे ही भू आवंटन आदेश कर डाले।नगर पालिका की कारगुजारी जलवा , मनमर्जी के फैसले लेने में इतना बुलंद है कि प्रतिबंधित क्षेत्र की भूमि में चाहे जिसे भू आवंटन करे न चाहे उसके मामले को नियम बताकर निरस्त कर दे।
नगर पालिका द्वारा नवीन चिकित्सालय हेतु पूर्व में चिन्हित भूमि आवंटन के संबंध में जानबूझकर असली तथ्य छिपाकर जनता को अंधेरे में रखते हुए, अपनी मनमर्जी का निर्णय लेकर, केचमेंट एरिया ,जल बहाव, सघन वन क्षेत्र,वीरान जंगल शहर,पेरीपेरी गांवों से दूर,मूलभूत सुविधाओं का नितांत अभाव, आसपास चरागाह ,वन्य जीवों का आशियाना, रिजर्व फॉरेस्ट होने सेभविष्य में आबादी या बुनियादी सुविधाओं के विस्तार की कोई संभावना नहीं, तीन और बने पुष्कर पवित्र सरोवर में जल आवक हेतु बने फीडर के बीच स्थित भूमि के नवीन चिकित्सालय हेतु आवंटन को लेकर जन मानस में भारी विरोध एवम आक्रोश छाया हुआ है, पुष्कर के तीर्थ पुरोहित ,संत समाज ,नागरिक जनता ने ,पुष्कर तीर्थ सरोवर के अस्तित्व के साथ हो रहे खिलवाड़ और विश्वास घात से चिंतित होकर आज प्रेस वार्ता के माध्यम से अपनी बात, व्यथा एवम ठोस तथ्य सबूत बताते हुए,जन आंदोलन की घोषणा, चेतावनी के साथ ,माननीय मुखमंत्री,चिकित्सा मंत्री, स्वायत्त शासन मंत्री को संबोधित ज्ञापन श्री मान उपखंड अधिकारी पुष्कर को सौंपकर, भू आवंटन निरस्त करने तथा पूर्व में चिन्हित नए बस स्टैंड के पास की भूमि ही व्यापक जन हित में आवंटित करने की मांग की है।
सामाजिक कार्यकता अरुण पाराशर ने बताया कि पुष्कर तीर्थ के अस्तित्व की रक्षा तथा पुष्कर क्षेत्र की जनता के व्यापक जनहित अभियान को सफल बनाने में आज प्रेस वार्ता में , संत,महंत नंद राम शरण जी रामसखा आश्रम, महंत रघुनाथदास जी रायका समाज, तीर्थ पुरोहित संघ ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष विमल पाराशर,पार्षद रविकांत उर्फ बाबा,पार्षद जय नारायण दगदी, पार्षद सम्रता पाराशर,पार्षद शरद वैष्णव,पार्षद उमा दगदी,पार्षद गोपाल तिलानिया,पार्षद,संगीता नागौरा, अमित भट्ट अध्यक्ष, रेस्क्यू कमेटी, हेमंत रायता,अध्यक्ष,एनिमल सोसायटी,रघु पारीक अध्यक्ष, होटल ऑनर्स एसोसिएशन, सत्य नारायण,अध्यक्ष, केमल जीप एसोसिएशन, गोपाल जांगिड़,अध्यक्ष, केमिस्ट एसोसिएशन,मुकेश अजमेरा,अध्यक्ष,माधव मार्केट, बैजनाथ पाराशर,मधु सुदन भाऊ, दिनेश पाराशर, सोनू नागौरा, जगदीश कुमावत, आलोक भारद्वाज, संजय दगदी, मदन मस्त अभिषेक पाराशर, लखन पाराशर, कौशल पाराशर, अर्जुन आदि अनेक गणमान्य नागरिक ने भाग लिया।

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