सरकार की जनहितकारी योजनाओं का धरातल पर क्या हश्र होता है, इसका ताजा उदाहरण हाल ही उजागर हुआ। आपको ज्ञात होगा कि मुफ्त चिकित्सा सुविधाओं की योजना पिछली सरकार में लागू गई थी। नई सरकार में भी ये जारी हैं। मगर अब तक आम लोगों तक उसका प्रचार प्रसार ठीक से नहीं हो पाया है। यही वजह है कि जवाहर लाल नेहरू अस्पताल में इस सुविधाओं को लेकर षिकायतें सामने आईं। इस पर जिला कलेक्टर डॉ भारती दीक्षित को अस्पताल प्रषासन को हिदायत देनी पडी कि निषुल्क चिकित्सा से संबधित पोस्टर अस्पताल परिसर में लगाए जाएं। धरातल का सच ये हैं ऐसी अनेक जनहितकारी योजनाएं लागू हैं, मगर प्रचार प्रसार व जागरूकता की कमी के कारण आम लोग उसका लाभ नहीं ले पाते। मगर अफसोसनाक बात है कि चिकित्सा सुिवधाओं जैसी लोकप्रिय व बहु प्रचारित योजना तक के धरातल पर अमल में रूकावटें बनी हुई हैं। भूतपूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय राजीव गांधी ठीक ही कहते थे कि सरकार सौ पैसे देती है, मगर नीचे तक 15 पैसे ही पहुंच पाते हैं।
