आनासागर में जलकुंभी की खेती?

अनेक समस्याएं ऐसी हैं जो अजमेर का पीछा नहीं छोड रहीं। पेयजल संकट, अतिक्रमण, अवैध निर्माण, बेतरतीब यातायात आदि ऐसी समस्याएं हैं, जिनका समाधान आज तक नहीं हो पाया है। ठीक इसी तरह आनासागर झील में जलकुंभी ऐसे पसरी हुई है, मानो यह इसी की खेती करने को बनाई गई हो। कितनी बार इसे हटाया गया, मषीन बाहर से मंगवाई गई, मगर समस्या जस की तस। बेषक मीडिया व जनप्रतिनिधियों की ओर से यह मुद्दा उठाये जाने पर समय समय पर नगर निगम की टीम इसे हटाती है, मगर उसके उपाय उंट के मुंह में जीरे के समान होते हैं। इस समस्या से निपटने के लिए निगम के पास न तो पर्याप्त संसाधन हैं, न मेन पावर, न ही जज्बा। हाल ही अजमेर के जाने-माने बुद्धिजीवी व जलदाय विभाग के सेवानिवत्त अतिरिक्त मुख्य अभियंता अनिल जैन ने जल कुंभी की विकट समस्या को उजागर करती दो तस्वीरें अपने फेसबुक अकाउंट पर साझा की है। इसी प्रकार सुपरिचित पर्यावरण प्रेमी हरि राम कोडवानी ने दो फोटो वाट्सऐप पर भेजी हैं। आप ही देखिए, आनासागर का हाल क्या हो रखा है। सनद रहे, कोई सात माह पहले तत्कालीन भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने निगम से मांग थी कि जलकुंभी का स्थाई समाधान किया जाए। विधानसभा अध्यक्ष बनने के बाद इन दिनों वे एक्षन मोड में हैं। उम्मीद है वे सख्त हिदायत दे कर समस्या का हल करवाएंगे।

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