धर्मेन्द्र राठौड के बार बार अजमेर आने के मायने?

लोकसभा चुनाव में दावेदारी के दौर में आरटीडीसी के पूर्व चेयरमैन धर्मेन्द्र सिंह राठौड ने एक बार फिर अजमेर में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा कर यह संदेश साफ तौर पर दे दिया है कि अजमेर ही अब उनकी कर्मस्थली है। ज्ञातव्य है कि चुनावी बॉन्ड मामले में केंद्र सरकार की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए अजमेर जिला मुख्यालय पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया। हालांकि आयोजन शहर जिला कांग्रेस के निवर्तमान अध्यक्ष विजय जैन की अगुवाई में हुआ, लेकिन राठौड की उपस्थिति ने जैन को असहज कर दिया। जाहिर तौर पर इसमें राठौड के समर्थकों बढ चढ कर भाग लिया। कार्यकर्ताओं के बीच कानाफूसी थी कि जैन ने अपनी चिरपरिचित सदाशयता व शिष्टाचार के नाते राठौड का पूरा सम्मान किया। कार्यकर्ताओं को महेन्द्र सिंह रलावता, हेमंत भाटी, डॉ राजकुमार जयपाल, रामचंद्र चौधरी आदि की अनुपस्थिति खली। उल्लेखनीय है कि राठौड की उपस्थिति को उनकी दावेदारी से जोड कर देखा जा रहा है। वैसे आम धारणा यह है कि उनसे जुडे कुछ प्रसंग टिकट में बाधक बनेंगे, मगर जानकार मानते हैं कि राजनीति में सब कुछ संभव है।

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