दोस्तो, नमस्कार। ऐसा प्रतीत होता है कि आम आदमी पार्टी की प्रखर नेत्री श्रीमती कीर्ति पाठक एक फिर अजमेर में सक्रिय होने की तैयारी में है। अन्ना हजारे के आंदोलन से उपजी श्रीमती कीर्ति पाठक ने अब तक आम आदमी पार्टी को खडा करने की अथक कोशिश की, मगर धरातल पर हुई राजनीतिक चालों और उपर से अपेक्षित सहयोग न मिलने के कारण उन्हें सफलता हासिल नहीं हो पाई। पिछले दिनों उन्हें जब सुनहरी कॉलोनी में वहां की कांग्रेस पार्षद श्रीमती चंचल बारवाल के पति निर्मल बारवाल से जुझते देखा गया तो यह साफ संकेत मिल गया कि वे एक बार फिर से मैदान में आ डटी हैं। वे सोशल मीडिया प्लेट फार्म पर अजमेर की ज्वलंत समस्याओं को लेकर टिप्पणियां करने लगी हैं। हालांकि विधानसभा चुनाव अभी दूर हैं, मगर निकट भविष्य में होने वाले नगर निगम चुनाव के मद्देनजर हाल ही उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट साझा की है, जो इस बात का साफ संकेत है कि वे कोई ताना बाना बुन रही हैं। उनकी ताजा पोस्ट देखिएः-
अब समय आ गया है कि राजनीतिक प्रतिबद्धताओं से इतर अजमेर के लिए संगठित रूप से लड़ा जाए। जन प्रतिनिधियों और जन सेवकों को जवाबदेह ठहराया जाए, विकास न होने पर प्रश्न पूछे जायें और अकर्मण्यता का हिसाब मांगा जाए। हमें बीस साल का हिसाब लेना ही होगा और वो भी बिना इन की चालों में फंसे। वो आप को लपेटने का प्रयत्न करेंगे, आप की राजनीतिक प्रतिबद्धता पर प्रश्न खड़े करेंगे, आप को नाहक ही घेरेंगे ताकि जवाबदेही न ठहराई जाए, पर हमें अजमेर के लिए अडिग रहना होगा। हमें अजमेर की जल निकासी पर, अतिक्रमण से अवरुद्ध आनासागर के जलनिकास पर प्रश्न खड़े करने होंगे।
हमें समयबद्ध कार्य न होने पर इन से प्रश्न करने होंगे। हमें इन के ढीले ढाले रवैये पर उंगली उठानी होगी। हमें इन को कटघरे में खड़ा करना ही होगा। कब तक अजमेरवासी इस दोयम दर्जे का जीवन जीने को बाध्य होगा। यदि आप अजमेरवासी अब निडर हो प्रश्न करने की हिम्मत रखते हैं, तो आइए हम सब संगठित रूप से एक गैर राजनैतिक मंच से जुड़ें और अजमेर के लिए प्रश्न करें। उन्होंने सिविल सोसायटी अजमेर के नाम से सर्वे का एक फार्म भी साझा किया है।उनकी इस पोस्ट ये सवाल उठता है कि क्या वे आम आदमी पार्टी से इतर मंच खडा करने जा रही हैं? चूंकि उनकी पहचान आम आदमी पार्टी से है, इस कारण सुनहरी कॉलोनी में आम आदमी पार्टी हाय हाय के नारे लगे।
