रोड़वेज की आरक्षित सीटों को विधायक का इंतजार

कम से कम एक बार तो अपने विधानसभा क्षेत्र में रोडवेज में यात्रा करे हमारा विधायक
a 1-मनोज सारस्वत- अरांई। कुछ माह में होने वाले विधानसभा चुनावों में सीट हथियाने के लिए भागमभाग का दौर अरांई पंचायत समिति मुख्यालय पर दिखना शुरू हो गया है। आये दिन पूर्व मंत्री संावरलाल जाट, पूर्व विधायक भागीरथ चौधरी व वर्तमान कांग्रेस विधायक नाथूराम सिनोदिया ने अरांई क्षेत्र में अपने दौरे बढ़ा दिये हैं। साथ ही दोनों ही राजनीतिक पार्टियों की धज्जियां उड़ा कर सामाजिक वोट बैंक की भावना में बदलाव लाने की सोच का नारा लगाने वाले सामाजिक कार्यकर्ता भी चुनावी दगंल में कूद विधायक पद की सीट हथियाने के प्रयास में जुटे हैं। परन्तु सभी विधायक की दावेदारी करने वाले राजनेता राजस्थान रोड़वेज की बसों में आरक्षित विधायक सीटों से वाकिफ होते हुये भी अनजान बने घूम रहे हैं। रोडवेजों बसों में विधायकों के नाम से आरक्षित सीटें विधायकों के बैठने की बाट जोह रही है। खस्ताहाल सड़कों की परेशानियों से जूझ रहे ग्रामीणों की मानें तो आधुनिक युग में उन्हें ऐसे ही विधायक की आवश्यकता है, जो इन आरक्षित सीटों का सदुपयोग करे। इससे कई मायनों में ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को पंख लगेंगे। रोडवेज बसों में विधायक के घूमने से उन्हें अपने विधानसभा क्षेत्र की खस्ताहाल सड़कों व मानव जीवन की विभिन्न गतिविधियां देखने को मिलेंगी । विधायक पद पर कार्यरत व्यक्ति के जेहन में इन सड़कों की हालत सुधारने के लिए सोच परिवर्तित होगी। विकास की सीढिय़ां चढऩे में ग्रामीण क्षेत्र भी उत्सुकता से आगे आयेंगे।
गौरतलब है कि अपवाद के रूप में ही राजस्थान में विधायकों ने आरक्षित सीटों का उपयोग किया है। अन्य अपनी लक्जरी गाडियों में घूमने के शौकीन रहे। मामले को लेकर कुछ ग्रामीणों का कहना है कि उनके द्वारा बनाया गया विधायक जब भी उनसे मिलने आये या समारोह में आये तो राजस्थान रोडवेज की बस में ही सफर करके आये, ताकि उन्हें मार्गों की भौतिक स्थिति का अन्दाजा होता रहे। अन्य ग्रामीणों का कहना है कि उनका एमएलए एक साल में कम से कम एक बार पूरे विधानसभा क्षेत्र में राजस्थान रोडवेज बस में यात्रा करके उनसे मिलकर हालातों का जायजा ले। ग्रामीणों का आंकलन है कि मुख्य मार्गों की हालत सही रहेगी तो दुघर्टना संभावित क्षेत्र में दुघर्टनाएं कम होंगी। आमजन क ो आर्थिक नुकसान नहीं होने का फायदा मिलेगा। इस प्रक्रिया का सीधा जुड़ाव जनता के हित में होगा। वहीं भाजपा व कांग्रेस के कार्यकर्ता विकास की इन महत्वपूर्ण कडिय़ों क ो भूल अपनी पार्टी को जिताने के लिए कमर कसे हुये हैं।
विधायकों के लिए दो सीटें आरक्षित :– राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम द्वारा रोड़वेज बसों में दो सीटें विधायकों के नाम से आरक्षित की गई हैं। इसमें यात्रा करने के लिए विधायकों के लिए पास की व्यवस्था भी विभाग द्वारा की गई है, परन्तु आधुनिक युग में इन सीटों का उपयोग आमजन कर रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अरांई क्षेत्र में कभी भी ऐसी स्थिति नहीं आयी की विधायकों ने रोडवेज बसों में यात्रा की हो। सड़कों की खस्ताहाल हालत के लिए अरांई से किशनगढ़, अरांई से मालपुरा मार्ग, सरवाड़ बोराड़ा मार्ग दुघर्टना संभावित क्षेत्र के लिए दिनोंदिन प्रसिद्ध होते जा रहे हैं, जहां आये दिन हादसे हो रहे हैं।
ये कहते हैं हमारे विधायक व उम्मीदवार :-

नाथूराम सिनोदिया
नाथूराम सिनोदिया

मैं जयपुर जाते समय कभी-कभी रोडवेज की आरक्षित सीट का उपयोग करता हूं। किशनगढ़ विधानसभा क्षेत्र के कई गंाव ऐसे हैं, जिनमें रोडवेज बसों के जाने का अभाव है। इस कारण समय के अभाव में रोडवेज में यात्रा करना मुश्किल है।
-नाथूराम सिनोदिया, क्षेत्रीय कांग्रेस विधायक

भागीरथ चौधरी
भागीरथ चौधरी

विधानसभा क्षेत्र की सभी ग्राम पंचायतें रोडवेज बसों से जुड़ी हुई नहीं हैं। इस कारण रोडवेज में यात्रा करना असम्भव है। सभी ग्राम पंचायतों को आपस में रोडवेज बसों से जोड़ कर जनता की भावना का स्वागत किया जायेगा।
-भागीरथ चौधरी, पूर्व भाजपा विधायक, किशगनढ

error: Content is protected !!