ओम माथुरकांग्रेस के समझ मे नहीं आता कि अदालत के मामले अदालत मे निपटाए जाते हैं। नेशनल हैराल्ड के मामले मे सोनिया और राहुल गांधी को पेश होने का समन दिल्ली हाईकोर्ट ने दिया है। फिर संसद मे हंगामा और उसे ठप क्यों किया ? जब से कांग्रेस सत्ता से बेदखल हुई है संसद को निशाना बना रखा है। संसद ठप करके वह क्या देश के विकास मे बाधक नही बन रही। नेशनल हैराल्ड मामले का वह राजनीतिकरण कर रही है ये तो इसी से जाहिर है कि कल वह हाईकोर्ट के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोरट जाने को कह रही थी। लेकिन आज तय किया कि हाईकोर्ट मे ही पेश होंगे सोनिया और राहुल। सोनिया ने कहा वो किसी से डरती नहीं। आखिर कौन डरा रहा है उन्हें। अगर आप पाक साफ हो तो न्यायपालिका मे जवाब दीजिये, वह इंसाफ कर देगी। अगर आपने कुछ गलत नही किया तो अदालत के फैसले से जवाब दीजिए विरोधियों को।इससे आपका ही रुतबा बढेगा । संसद ठप कराकर और सडकों पर प्रदर्शन कर न्यायपालिका और देश के लोगों की तौहीन क्यों कर रहे हैं। राहुल गांधी ने कहा ये उनकी आवाज दबाने की साजिश हैं। सूटबूट की सरकार के अलावा राहुल कुछ बोलते हैं क्या? उनके बचकाने बयान तो भाजपा और सरकार को फायदा ही पहुंचाते है। फिर उनका मुंह बंद कौन कराएगा। हां ,मां बेटे को सत्ता मे रहते हुए किए गए करमों और घोटालों के शिकंजे में फंसने का डर है तो उनकी पीडा वाजिब है। ओम माथुर