हेमेन्द्र सोनीब्लेक आउट के नाम से मोबाइल सेवा प्रदाता कम्पनिया ग्राहकों को लुटने का काम लम्बे समय से कर रही हे | पहले तो ग्राहकों को लुभावने विज्ञापनों और मुफ्त सर्विस के बहाने ग्राहकों को बहला फुसला के अपना ग्राहक बनाती हे और विभिन्न प्रकार के प्लान को ग्राहकों के ऊपर थोपती हे और प्लान के नाम से पूरा पैसा भी पहले ही वसूल लेती हे, लेकिन आम दिनों में तो उपभोक्ता जितनी जरुरत होती हे उतनी ही बात करता हे या मेसेज भेजता हे किन्तु किसी खास मोके या त्योंहारो के ऊपर जब उपभोक्ता सोचता हे की में आराम से अपने परिवार के सदस्यों रिश्तेदारों और मित्रो के संग त्योहारों की खुशिया बाटूंगा और बधाई सन्देश भेजूंगा जिसके लिए उसने मेसेज के प्लान और सस्ती काल के प्लान जो की उसमे पहले ही अपनी सुविधा अनुसार लिए थे उसका उपयोग करूंगा तब ये मोबाइल कम्पनिया ग्राहकों के ऊपर ब्लेक आउट डे का डंडा चला देती हे और ग्राहकों से मन मर्जी के पेसे वसूल करती हे जो की उपभोक्ता के साथ अन्याय हे धोखा हे , क्या होता हे ब्लेक आउट डे ? ये होता हे ग्राहकों को लुटने का धंधा | जिसकी इजाजत ट्राई ने भी नहीं दी होती हे लेकिन ट्राई इनके खिलाफ कोई एक्शन भी नहीं लेता हे | ब्लेक आउट डे के दिन ही अरबो रुपयों की कमाई करती हे ये मोबाइल कम्पनिया | ग्राहकों को लुटने में BSNL भी पीछे नहीं ये सरकारी कम्पनी भी निजी कम्पनियों की देखा देखि अपना खजाना भरने में पीछे नहीं हे | इस तरफ सरकार और ट्राई को ध्यान देना चाहिए और उपभोक्ता को लुट के शिकार होने से बचाना चाहिए | हेमेन्द्र सोनी BDN @ ब्यावर